अंजनी कुमार त्रिपाठी की रिपोर्ट
रामपुर: समाजवादी पार्टी ( Samajwadi Party ) के कद्दावर नेता व पूर्व मंत्री आजम खान ( Azam Khan) मानहानि मामले में पेशी के लिए बांद्रा पहुंचे। इस दौरान उन्होंने एक निजी चैनल से बात करते हुए कहा कि मुझे परेशान किया जा रहा है। इस दौरान उन्होंने अपना दर्ज बया करते हुए कहा कि कि मैंने कोई गुनाह नहीं किया। अब तक पूंजीपतियों ने विश्वविद्यालय बनवाए। मैं गरीब आदमी हूं, मैंने एक विश्वविद्यालय बनाया जिसमें अनाथ बच्चों की फीस नहीं लगती है। इस पेशी की वजह से आजम खान भड़काऊ भाषण मामले में रामपुर एमपी-एमएलए कोर्ट में अपना बयान दर्ज नहीं करा सके थे। उन्होंने कहा कि गरीबों की के लिए विश्वविद्यालय बनवाए जिस वजह से मुझे और मेरे परिवार को निशाना बनाया जा रहा है।
बता दें कि आजम खान ने अपने ऊपर चल रहे केस को अन्य प्रदेश में चलाने के लिए सुप्रीम कोर्ट ( Supreme Court) से मांग की थी। उन्होंने कोर्ट से आग्रह किया कि मुझे उत्तर प्रदेश में न्याय नहीं मिल सकता है। इस मामले में कोर्ट ने उनकी याचिका को खारिज कर दिया।
इस दौरान सुप्रीम कोर्ट ने कहा कि ऐसा नहीं है कि राज्य में आपको न्याय नहीं मिलेगा, सुप्रीम कोर्ट ने कहा कि आप हाईकोर्ट जाएं। इस सुनवाई के दौरान वकील कपिल सिब्बल ने कहा कि यूपी में न्याय मिलने की उम्मीद नहीं है, लेकिन कोर्ट ने उनकी याचिका को खारिज कर दिया।
गौरतलब है कि रामपुर की एमपी-एमएलए कोर्ट में आजम खान से संबंधित दो मामलों में बयान दर्ज कराने की कार्रवाई होनी थी। कोर्ट ने 313 के तहत बयान दर्ज कराने के आदेश दिए थे लेकिन आजम खान के बयान दर्ज नहीं हो सके थे।
पहला मामला अब्दुल्ला आजम के दो जन्म प्रमाण पत्रों से संबंधित था। इसके अलावा दूसरा मामला आजम खान से संबंधित है जो साल 2019 लोकसभा चुनाव के दौरान थाना शहजादनगर के धमोरा में भड़काऊ भाषण से संबंधित है।
Author: samachar
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