राजा कुमार साह की रिपोर्ट
मुजफ्फरपुर। हम आप अगर दो दिनों तक नहीं नहाते हैं तो मन अस्वस्थ्य महसूस करने लगता है। शरीर से बदबू आनी शुरू हो जाती है अलग। लेकिन बिहार के गोपालगंज में एक ऐसे शख्स हैं जिन्होने पिछले 22 सालों से नहीं नहाया है। इसके बावजूद उनके शरीर से ना बदबू आती है और ना ही वह बीमार हैं। नहीं नहाने वाले शख्स का नाम धर्मदेव है। उनके नहीं नहाने की वजह भी अलग है। धर्मदेव राम कहते है कि नहीं नहाने की वजह से उनकी नौकरी चली गई। इसके बाद भी उन्होंने नहीं नहाया। उनकी पत्नी और दो-दो बेटे गुजर गए इसके बाद भी उन्होंने शरीर पर पानी नहीं डाला। इन सब के बीच सबसे हैरान करने वाली बात यह है कि 22 सालों से नहीं नहाने पर भी उन्हें कोई बीमारी नहीं है। इस बात का दावा उनके परिवार वालों ने भी किया है।
धर्मदेव ने नहीं नहाने की वजह से 2000 में अपनी नौकरी से रिजाइन कर दिया। परिवार वालों ने दबाव बनाया तो उन्होंने फिर से नौकरी ज्वाइन कर ली। दोबारा ज्वाइन करने के बाद उनके नहीं नहाने की बात उनके साथी कर्मचारियों को लगी और फिर ये बात पूरी फैक्ट्री में फैल गई। इसके बाद उन्हें प्रबंधन ने नौकरी से निकाल दिया।
नहीं नहाने की वजह सामाजिक है
दरअसल धर्मदेव के नहीं नहाने की वजह महिलाओं के साथ अत्याचार, जमीन विवाद और जीव हत्या है। धर्मदेव कहते हैं कि 1987 में उन्हें लगा कि महिलाओं के साथ अत्याचार, जमीन विवाद और जीव हत्या बढ़ने लगी है। इसके बाद उन्होंने एक गुरू के साथ 6 महीने बिताए और गुरू-दक्षिणा ली और भगवान राम को अपना आदर्श माना और भक्ति मार्ग पर चलना शुरू कर दिया।
पत्नी और बेटे की मौत के बाद भी नहीं नहाया
वर्ष 2003 में अपनी पत्नी माया देवी के देहांत होने पर भी उन्होंने स्नान नहीं किया। अपने 2 बेटों की मौत पर भी वो नहीं नहाए। धर्मदेव ने कहा कि जब तक महिलाओं के साथ हो रहे अत्याचार, जमीन विवाद और जीव हत्या जैसे काम खत्म नही होंगे तब तक वह नहीं नहाएंगे। स्थानीय लोगों के द्वारा भी उनके नहीं नहाने वाली बात की पुष्टि की गई है। धर्मदेव मांझा प्रखंड के बैकुंठपुर गांव के रहने वाले हैं। उनकी उम्र 62 साल है। धर्मदेव राम कहते है जबतक महिलाओं के साथ अत्याचार, जमीन विवाद और जीव हत्या खत्म नहीं होगा वह नहीं नहाएंगे।
Author: samachar
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