अब्दुल मोबीन सिद्दीकी की रिपोर्ट
बलरामपुर(उतरौला) । उत्तर प्रदेश की डबल इंजन योगी सरकार भ्रष्टाचार को खत्म करने के लाख दावे करती हुई नजर आ रही हो लेकिन सरकार के ये सरे दावे जनपद बलरामपुर उतरौला विकास खंड के ग्राम पंचायत में जोगी वीर में खोखले साबित हो रहे है। जिम्मेदार अधिकारियों कर्मचारियों की मिली भगत से लाखों का बंदरबांट किया गया है।
प्रधानमंत्री आवास व शौचालय योजनाओं की शुरुआत बेरोजगार गरीबों के कल्याण के लिए की गई थी, लेकिन सरकार के विकास की यह योजना भ्रष्टाचार की भेंट चढ़ गई है। कहीं आवास तो कही रास्ता निर्माण में भ्रष्टाचार का खेल खेला गया है।
राम सूरत अकबाल कमला देवी मोहर्रम अली जनक राम नीबर गुप्ता छोटे लाल वर्मा सोनू आदि लोगों ने शौचालय निर्माण में गरीबों के हक की रकम, प्रधान द्वारा हड़पने का आरोप लगाया है। शौचालय व आवास निर्माण सिर्फ कागजों पर विकास की गंगा बहाकर धन का गबन कर लेते हैं।
मुख्य मार्ग से सटा ग्राम सभा में रास्ता ऐसा है कि अगर किसी मृतक को श्मशान घाट ले जाना हो तो कीचड़ो में हलकर शव को कब्रिस्तान ले जाना पड़ता है। इसके बाद भी ग्राम प्रधान व अन्य जिम्मेदार अधिकारियों की नजर नहीं पड़ी।
सबसे गौर करने की बात यहां है कि एक व्यक्ति जो मनरेगा में मजदूरी करता उसका पैसा उसके खाते में आने के बाद ग्राम प्रधान द्वारा बहला फुसलाकर पैसा निकालकर खुद अपना जेब भर लिया जाता है।
मामला उतरौला विकास खंड क्षेत्र के ग्राम पंचायत जोगीवीर के गूपतार डीह कस्बा का है। जहां के निवासी राम सुरत ने अपने ग्राम पंचायत में हो रहे भ्र्ष्टाचार की जांच कराने की मांग सीडीओ सीडीओ जिला अधिकारी बलरामपुर से की है।
विकास खंड अधिकारी एवं ग्राम पंचायत अधिकारी के साथ साथ ग्राम प्रधान की मिलीभगत के चलते गांव में विकास की रफ्तार रुक गई है।

Author: samachar
"कलम हमेशा लिखती हैं इतिहास क्रांति के नारों का, कलमकार की कलम ख़रीदे सत्ता की औकात नहीं.."