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November 3, 2024 3:01 am

ऐतिहासिक ; होली के बाद क्रिकेट का स्टेडियम योगी के दूसरे कार्यकाल का साक्षी बनने जा रहा है

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जीशान मेंहदी की रिपोर्ट

लखनऊ। यूपी में नई सरकार के गठन की तैयारियां शुरू हो चुकी हैं। होली के बाद योगी दूसरी बार CM पद की शपथ लेंगे।

शपथ ग्रहण के लिए इस बार स्मृति उपवन की जगह अटल बिहारी वाजपेयी इकाना स्टेडियम को चुना गया है।

कार्यक्रम में PM मोदी, गृह मंत्री अमित शाह, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, बीजेपी अध्यक्ष जेपी नड्डा समेत कई राज्यों के CM शामिल होंगे।

यूपी में 37 साल बाद ऐसा हुआ है, जब कोई पार्टी लगातार दूसरी बार सरकार बनाने जा रही है। ऐसे में BJP इस ऐतिहासिक मौके को भव्य रूप देने में जुटी है।

विपक्षी नेताओं को भी निमंत्रण

सोनिया गांधी के साथ प्रियंका गांधी-फाइल फोटो

बताया जा रहा है कि शपथ समारोह में 45 हजार लोग शामिल हो सकते हैं। 200 से ज्यादा VVIP की एक लिस्ट भी तैयार कर ली गई है।

समारोह में विपक्ष के नेताओं को भी निमंत्रण दिया जाएगा। सोनिया गांधी, प्रियंका गांधी, राहुल गांधी मुलायम सिंह यादव, अखिलेश यादव, मायावती समेत विपक्ष के कई नेताओं को भेजा जाएगा निमंत्रण।

इस सब के अलावा उन प्रदेश भर से लाभार्थियों को भी शामिल किया जाएगा जिन्हें केंद्र और राज्य सरकार की नीतियों से फायदा पहुंचा है।

अखिलेश ने उठाए थे सवाल

अखिलेश यादव ने योगी के शपथ ग्रहण समारोह के लिए इकाना चुनने पर कसा तंज।
अखिलेश यादव ने योगी के शपथ ग्रहण समारोह के लिए इकाना चुनने पर कसा तंज
 

अखिलेश यादव ने तंज कसते हुए कहा है कि समाजवादियों के बनाए स्टेडियम के अलावा और कोई जगह शपथ के लिए नहीं मिली। 

जानकारी के लिए बता दें कि इस स्टेडियम का निर्माण अखिलेश यादव के कार्यकाल में हुआ था। बाहर से मुगल आर्किटेक्चर वाला और अंदर से खेलों के लिए सभी सुविधाओं से लैस है ये स्टेडियम।

2018 में योगी सरकार ने इस स्टेडियम का नाम पूर्व प्रधानमंत्री स्व. अटल बिहारी वाजपेयी के नाम पर कर दिया था। यहां पर अभी एक टी- 20 मैच भी आयोजित किया जा चुका है।

इस स्टेडियम की क्षमता 50 हजार के करीब बताई गई है। लेकिन, क्रिकेट का ये स्टेडियम अब योगी के दूसरे कार्यकाल का साक्षी बनने जा रहा है। यहां पर सीएम योगी तो शपथ लेंगे ही, उनके दूसरे संभावित मंत्री भी इसी मंच से शपथ लेंगे।

samachar
Author: samachar

"कलम हमेशा लिखती हैं इतिहास क्रांति के नारों का, कलमकार की कलम ख़रीदे सत्ता की औकात नहीं.."