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बीकानेरराजस्थान

“इंटरनेशनल कैमल फेस्टिवल” ; सजे संवरे ऊंटों की कारगुजारियां मन मोह रही थी तो सजी संवरी बालाएं भी कम गज़ब नहीं ढा रही थी

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पुनीत नौटियाल की रिपोर्ट

बीकानेर ।  इंटरनेशनल कैमल फेस्टिवल के पहले दिन ऊंटों ने जमकर करतब दिखाए। यहां नेशनल रिसर्च सेंटर ऑन कैमल (NRCC) के मैदान पर एक तरफ ऊंट नृत्य कर रहे थे तो दूसरी तरफ ऊंटों की दौड़ चल रही थी। बालों की कतरन करके ऊंटों के शरीर पर कई रोचक चित्र भी बनाए गए। ऊंट दौड़ ने हर किसी को रोमांचित कर दिया। यह फेस्टिवल 8 मार्च तक चलेगा।

6 मार्च को शुरू हुए फेस्ट में रामपुरिया हवेली के आगे पारंपरिक नृत्य करते राजस्थानी लोक कलाकार। (फोटो सिद्धार्थ कुलरिया)
6 मार्च को शुरू हुए फेस्ट में रामपुरिया हवेली के आगे पारंपरिक नृत्य करते राजस्थानी लोक कलाकार। (फोटो सिद्धार्थ कुलरिया)

ऊंट दौड़े तो थम गई सांसें

NRCC के मैदान पर ऊंटों ने तीन दौर में अपनी दौड़ पूरी की। करीब तीन सौ मीटर की इस दौड़ में ऊंट का मालिक उस पर सवारी कर रहा था। सीटी बजने के साथ ही ऊंट सरपट भागे। टारगेट के नजदीक आते-आते तो ऊंटों की दौड़ देखने लायक थी। फिर रेतीले टिब्बों पर हुई इस दौड़ में इमरान का ऊंट सबसे आगे रहा। उसे पहला पुरस्कार भी मिला। दूसरे नंबर पर खानू खान रहा जबकि तीसरा नंबर भागीरथ को मिला। तीन राउंड में दौड़े ऊंटों में सबसे कम समय में पहुंचने वाले ऊंट को पहला पुरस्कार मिला।

ऊंट दौड़ में घोड़े जैसी दौड़ लगाई ऊंटों ने।
ऊंट दौड़ में घोड़े जैसी दौड़ लगाई ऊंटों ने।

डांस ऐसा कि अचरज हो

ऊंटों ने इतना जबर्दस्त डांस दिखाया कि हर कोई चकित था। एक गोल घेरे में एक-एक करके ऊंट आते और अपने मालिक के इशारों पर और ढोल की धाप पर जमकर नाचते।

कई फीट ऊंची छलांगे मारते हुए ऊंटों ने हर किसी का मन मोह लिया। कई बार तो इनके मालिक ने ऊंट के मुंह में अपनी गर्दन दे दी, फिर भी उसने कुछ नहीं किया। एक बार तो मशक बजा रहे कलाकार को माला भी पहनाई। फिर उसके गले भी लगा। एक एक करके सभी ऊंटों ने जबर्दस्त डांस किया।

मिस्टर बीकाणा बने बीकानेर के अशोक बोहरा।
मिस्टर बीकाणा बने बीकानेर के अशोक बोहरा।

पहले दिन आयोजित प्रतियोगिताओं में ऊंट सज्जा, ऊंट दौड़, ऊंट फर कटिंग, ऊंट नृत्य, महिलाओं की मटका दौड़, ग्रामीण कुश्ती, मिस मरवण और मिस्टर बीकाणा प्रतियोगिताएं आयोजित हुई।

सजे धजे ऊंट पुरस्कार भी जीते

पर्यटन विभाग ने उन ऊंटों को पुरस्कार दिया, जिनको सबसे ज्यादा पसंद किया गया। पहला पुरस्कार लक्ष्मणराम ने जीता तो दूसरा पुरस्कार इमरान खान और तीसरा पुरस्कार गोधुराम को मिला। ऊंटों पर तरह तरह के सजावटी सामान रखे गए। चारों पैरों पर विशेष सजावट की गई। किसी को पारंपरिक राजस्थानी स्टाइल में सजा गया। ऊंट को सजाने की प्रतियोगिता में लक्ष्मणराम पहले नंबर पर रहा। दूसरे नंबर पर इमरान खान का ऊंट रहा।

मिस्टर बीकाणा बने अशोक

इस दौरान आयोजित मिस्टर बीकाणा खिताब में बीकानेर के रौबिलों ने हिस्सा लिया। आकर्षक दाड़ी, मूछ के साथ ही पारंपरिक पोषाक सबसे अलग लग रही थी। इस प्रतियोगिता में अशोक बोहरा ने खिताब जीता, जबकि बिस्सा दूसरे और रमेश व्यास तीसरे नंबर पर रहा।

रुचिका बनी मिस मरवण

ऊंट उत्सव में हर बार की तरह मिस मरवण का खिताब रुचिका ने जीत लिया है। वहीं, द्वितीय-गरिमा विजय तृतीय-यामिनी सोनी और बुलबुल जैन रहे। राजस्थानी संगीत पर इन युवतियों ने स्टेज पर अपना परफोरमेंस को दिखाया। फैशन शो की तरह कैटवॉक किया गया। इसी आधार पर बाद में परिणाम घोषित किया गया।

छोटी बालिका भारतीय तिरंगे पहुंची तो आकर्षण का केंद्र बन गई।
छोटी बालिका भारतीय तिरंगे पहुंची तो आकर्षण का केंद्र बन गई।
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samachardarpan24
Author: samachardarpan24

जिद है दुनिया जीतने की

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