ठाकुर बख्श सिंह की रिपोर्ट
उन्नाव में चल रहे “ग्रीन एंड क्लीन” अभियान से जुड़े शिक्षकों, बच्चों और अधिकारियों ने पर्यावरण संरक्षण की दिशा में महत्वपूर्ण कदम उठाए हैं। इस अभियान की शुरुआत लगभग ढाई महीने पहले सब इंस्पेक्टर अनूप मिश्र और शिक्षक डॉ. प्रदीप कुमार वर्मा द्वारा की गई थी, जिसके बाद यह मुहिम तेजी से आगे बढ़ रही है। अभियान का मुख्य उद्देश्य विद्यालयों, गांवों और शहरों में पौधरोपण कर उनकी देखरेख और संरक्षण की जिम्मेदारी निभाना है।
उन्नाव के विभिन्न क्षेत्रों, जैसे सरोसी, मियागंज, कर्ण, फतेहपुर चौरासी, पुरवा और हसनगंज में शिक्षकों और बच्चों ने मिलकर बड़े पैमाने पर पौधरोपण किया। इस दौरान सीनियर रिसोर्स ग्रुप (एसआरजी) के सदस्य और डाइट प्रवक्ता, जैसे उमा प्रसाद, अखिलेश शुक्ल, रचना सिंह और मुसर्रत फातिमा ने भी सक्रिय रूप से भाग लिया और लगाए गए पौधों की जियो टैगिंग की। पौधों में आंवला, नीम, पीपल, बरगद, शमी और अशोक शामिल थे, जो पर्यावरण संरक्षण के लिए महत्वपूर्ण माने जाते हैं।
विशेष रूप से, सरोसी के सघन खेड़ा प्राथमिक विद्यालय में प्रधान शिक्षिका प्रीति सैनी और प्रावि लोहार खेड़ा प्रथम की अनुभा सचान ने बच्चों द्वारा बनाए गए ग्रीन एंड क्लीन पोस्टर के साथ पौधरोपण किया। इसी तरह, फतेहपुर चौरासी के शकूराबाद में प्रधान शिक्षक विवेक और परवेज आलम का भी सहयोग रहा। इसके साथ ही, प्रियंका गुप्ता ने गजफफपुर पैसरा में नीम, पीपल, बरगद और शमी के पौधों की जियो टैगिंग की। बच्चों को ‘ग्रीन ब्रिगेड’ बनाकर पौधों की देखभाल की जिम्मेदारी सौंपी गई।
एसआरजी रचना सिंह ने सिकंदरपुर के कंपोजिट कटरी पीपरखेड़ा में स्टाफ और बच्चों के साथ आम के पौधे लगाए, जबकि एसआरजी मुसर्रत फातिमा ने हसनगंज के यूपीएस भानपुर में दो पीपल के पौधे लगाए। यूपीएस नेवलगंज की शिक्षिका प्रीति भारती और मटरिया की शिक्षिका अनामिका द्विवेदी ने भी इस अभियान में सक्रिय भागीदारी निभाई।
अभियान के सह संयोजक डॉ. प्रदीप कुमार वर्मा ने बताया कि जल्द ही इस अभियान को प्रदेश स्तर पर विस्तारित करने की योजना है, जिससे पर्यावरण संरक्षण के संदेश को जन-जन तक पहुंचाया जा सकेगा।
Author: samachar
"कलम हमेशा लिखती हैं इतिहास क्रांति के नारों का, कलमकार की कलम ख़रीदे सत्ता की औकात नहीं.."