कमलेश कुमार चौधरी की रिपोर्ट
उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ के अलीगंज स्थित श्रीराम औद्योगिक अनाथालय एक बार फिर से विवादों में घिर गया है। हाल ही में इस अनाथालय से 9 लड़कियां खिड़की की जाली काटकर फरार हो गईं। हालांकि, पुलिस ने तेजी से कार्रवाई करते हुए इनमें से दो लड़कियों को पकड़ लिया है, जबकि बाकी 7 लड़कियों की तलाश जारी है। पकड़ी गई लड़कियों में से एक बहराइच की रहने वाली है, और दोनों ने आरोप लगाया है कि उन्हें अनाथालय में पढ़ाई नहीं करने दी जा रही थी, जिसके चलते वे भागने पर मजबूर हुईं।
पुलिस को लड़कियों के लापता होने की जानकारी मिलते ही तुरंत कार्रवाई की गई। सीसीटीवी फुटेज खंगाले गए और मामले की गहराई से जांच शुरू हुई। पुलिस ने महज 3 घंटे के भीतर दो लड़कियों को बरामद कर लिया। इनकी उम्र लगभग 16 से 17 साल बताई जा रही है। पकड़ी गई लड़कियों में से एक जम्मू और दूसरी बहराइच की रहने वाली है।
इस घटना के बाद श्रीराम औद्योगिक अनाथालय के अधिकारी सक्रिय हो गए। डीएम के आदेश पर अनाथालय से कुल 33 लड़कियों और 2 नवजात बच्चों को तुरंत मोहान रोड स्थित राजकीय बालिका सुधार गृह में शिफ्ट किया गया। इन लड़कियों को चाइल्ड वेलफेयर कमिटी (CWC) के माध्यम से अनाथालय में लाया गया था।
श्रीराम औद्योगिक अनाथालय का इतिहास विवादों से जुड़ा रहा है। 2018 में भी यहां से तीन बच्चे फरार हुए थे। इसके अलावा, इस अनाथालय पर बच्चों की तस्करी के आरोप भी लग चुके हैं, जिसके चलते इसकी काफी बदनामी हुई थी। अब एक बार फिर इस अनाथालय को लेकर विवाद खड़ा हो गया है।
पुलिस द्वारा पकड़ी गई लड़कियों ने खुलासा किया कि उन्हें अनाथालय में पढ़ाई करने से रोका जा रहा था। इसी कारण वे भागने का प्रयास कर रही थीं। फिलहाल, पुलिस बाकी लड़कियों की तलाश में रेलवे स्टेशन, बस स्टॉप और संभावित जिलों के रास्तों पर छानबीन कर रही है। उनके परिवार से भी संपर्क किया जा रहा है।
गौरतलब है कि अलीगंज थाना क्षेत्र में स्थित यह अनाथालय 1911 से संचालित हो रहा है। इसमें फिलहाल 45 लड़कियां थीं, जो लगभग 3 महीने पहले विभिन्न जिलों से लाई गई थीं। ये सभी पोक्सो एक्ट की पीड़िताएं हैं, जिन्हें उनके माता-पिता के साथ रहने में दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा था, इसलिए उन्हें इस अनाथालय में भेजा गया था।
Author: News Desk
Kamlesh Kumar Chaudhary