मनोज शुक्ला की रिपोर्ट
छत्तीसगढ़ में स्टांप वेंडर संघ और दस्तावेज लेखक संघ ने तीन दिवसीय हड़ताल का फैसला वापस ले लिया है। यह निर्णय तब आया जब महानिरीक्षक पंजीयन और अधीक्षक स्टाम्प पुष्पेंद्र मीणा ने उन्हें संतोषजनक आश्वासन दिया।
दरअसल, छत्तीसगढ़ सरकार द्वारा ई-ऐप लागू किए जाने के निर्णय के खिलाफ प्रदेश भर के स्टांप वेंडर संघ और दस्तावेज लेखक संघ ने हड़ताल की घोषणा की थी। संघ का कहना था कि ई-ऐप के लागू होने से उनके रोजगार पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ेगा और उनकी आजीविका खतरे में आ जाएगी। इस मुद्दे को लेकर पूरे राज्य में तीन दिन की हड़ताल करने की योजना बनाई गई थी।
संघ के पदाधिकारियों ने इस समस्या को लेकर महानिरीक्षक पंजीयन एवं अधीक्षक स्टाम्प पुष्पेंद्र मीणा से मुलाकात की और अपनी चिंताओं को व्यक्त किया। मीणा ने संघ को आश्वासन दिया कि उनकी मांगों पर गंभीरता से विचार किया जाएगा और उनकी आजीविका को किसी भी तरह का नुकसान नहीं होगा। इस आश्वासन के बाद संघ ने हड़ताल करने का निर्णय वापस ले लिया।
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मीडिया से बातचीत के दौरान संघ के पदाधिकारियों ने बताया कि महानिरीक्षक पंजीयन एवं अधीक्षक स्टाम्प पुष्पेंद्र मीणा द्वारा दिए गए संतोषजनक आश्वासन के बाद हड़ताल की जरूरत नहीं रही। इसके चलते छत्तीसगढ़ प्रदेश दस्तावेज लेखक जन कल्याण संघ और स्टांप वेंडर संघ ने हड़ताल स्थगित कर दी है और आगे की स्थिति पर नजर बनाए रखने का निर्णय लिया है।
Author: samachar
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