हरीश चन्द्र गुप्ता की रिपोर्ट
बिलासपुर। देवेन्द्र यादव, छत्तीसगढ़ की राजनीति में एक प्रमुख नाम हैं, जिन्हें हाल ही में बलौदा बाजार हिंसा मामले में गिरफ्तार किया गया है।
देवेन्द्र यादव कांग्रेस के युवा नेता हैं और भिलाई विधानसभा सीट से दूसरी बार विधायक बने हैं। इसके अलावा, वे भिलाई नगर निगम के मेयर भी रह चुके हैं, और उन्होंने अपने कार्यकाल के दौरान अपने राजनीतिक कौशल का प्रदर्शन किया।
देवेन्द्र यादव की कहानी न केवल उनकी राजनीतिक यात्रा के कारण चर्चित है, बल्कि उनकी व्यक्तिगत जीवन की कहानी भी बहुत दिलचस्प है।
देवेन्द्र यादव का जन्म 19 फरवरी 1990 को हुआ था, और वे महज 25 साल 10 महीने की उम्र में भिलाई के मेयर बने, जिससे वे देश के दूसरे सबसे युवा और छत्तीसगढ़ के पहले सबसे युवा महापौर बने।
देवेन्द्र यादव की प्रेम कहानी भी किसी फिल्मी कहानी से कम नहीं है। जब वे 11वीं कक्षा में थे, तब उन्होंने अपनी प्रेमिका श्रुतिका ताम्रकार से पहली बार केमिस्ट्री लैब में मुलाकात की। दोनों भिलाई के नायर समाजम स्कूल में एक साथ पढ़ते थे। यहीं से उनकी दोस्ती शुरू हुई और फिर धीरे-धीरे यह दोस्ती प्यार में बदल गई। श्रुतिका के रूस में एमबीबीएस की पढ़ाई के दौरान भी उनका रिश्ता बना रहा।
हालांकि, जब उन्होंने शादी का फैसला किया, तो श्रुतिका के परिवार वाले इस रिश्ते के लिए तैयार नहीं थे, क्योंकि वे देवेन्द्र को एक छात्र नेता के रूप में देखते थे।
देवेन्द्र ने तीन साल तक अपने प्रयास जारी रखे, लेकिन जब कोई सफलता नहीं मिली, तो तत्कालीन प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष भूपेश बघेल ने खुद श्रुतिका के परिवार से बात की और उन्हें यह आश्वासन दिया कि देवेन्द्र अपने जीवन में बहुत आगे तक जाएगा।
भूपेश बघेल के हस्तक्षेप के बाद ही श्रुतिका के परिवार वाले शादी के लिए तैयार हुए। इसके बाद देवेन्द्र यादव ने मेयर बनने के बाद श्रुतिका से शादी की।
हालांकि, राजनीति के क्षेत्र में उनकी सफलता के साथ-साथ, विवाद भी उनके जीवन का हिस्सा बने रहे। हाल ही में बलौदा बाजार में हुई हिंसा में उनके शामिल होने का आरोप लगने पर उन्हें गिरफ्तार किया गया है।
2024 में बिलासपुर लोकसभा सीट से चुनाव में हार के बाद, उनकी राजनीतिक यात्रा में यह एक और बड़ा झटका माना जा रहा है। वर्तमान में वे जेल में हैं, और इस मामले की जांच चल रही है।
Author: samachar
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