चुन्नीलाल प्रधान की रिपोर्ट
हमीरपुर, उत्तर प्रदेश : बुंदेलखंड क्षेत्र में सब्जियों में हानिकारक इंजेक्शन और केमिकल का प्रयोग धड़ल्ले से हो रहा है। यहां लौकी, कद्दू, तरोई, और अन्य सब्जियों को जल्दी और भारी बनाने के लिए ऑक्सीटोसिन इंजेक्शन लगाया जा रहा है, जिससे ये सब्जियां सेहत के लिए बेहद हानिकारक साबित हो रही हैं।
50 ग्राम की लौकी को इंजेक्शन के माध्यम से चार किलो का बना दिया जाता है, जिससे लोगों को पेट संबंधी बीमारियां हो रही हैं। शहर और कस्बों में ऐसी सब्जियों का कारोबार बड़े पैमाने पर चल रहा है।
इस समय बाजार में सेहत बिगाड़ने वाली सब्जियों की भरमार है, जो लोगों को विभिन्न बीमारियों की चपेट में ला रही हैं।
चिकित्सकों ने आम जनता को हरी सब्जियों से सावधान रहने की सलाह दी है। बुंदेलखंड के विभिन्न इलाकों में सड़क किनारे और बाजारों में इन हानिकारक सब्जियों का धंधा जोर पकड़ रहा है।
हमीरपुर के आसपास के क्षेत्रों जैसे कुरारा, झलोखर, कुछेछा, हैलापुर, मेरापुर, डिग्गी, पारा सिडरा, कुंडौरा, बदनपुर, यमुना घाट, सहजना, मुस्करा, राठ, गोहांड, और सरीला में बड़ी संख्या में गांव सब्जियों की पैदावार का हब बन गए हैं।
यमुना, बेतवा, और अन्य स्थानीय नदियों के किनारे सैकड़ों लोग लौकी, कद्दू, करेला, तरोई, बैगन, और शिमला मिर्च की खेती कर रहे हैं। अधिक मुनाफे के लिए ये लोग सब्जियों को जल्दी तैयार करने के लिए घातक इंजेक्शन और केमिकल का उपयोग कर रहे हैं, जिससे ये सब्जियां आम जनता की सेहत के लिए खतरनाक हो रही हैं।
जिला अस्पताल के चिकित्सकों के अनुसार, इन इंजेक्शन और केमिकल से तैयार सब्जियों के सेवन से दमा, अल्सर, और लीवर-किडनी सूजन जैसी गंभीर समस्याएं हो रही हैं।
डॉ. आरएस प्रजापति और डॉ. वीके श्रीवास्तव ने बताया कि ऐसी सब्जियों को खाने से बचना चाहिए। डॉ. दिलीप त्रिपाठी ने यह भी बताया कि पहले सब्जियां कई दिनों तक खराब नहीं होती थीं, लेकिन अब दूसरे दिन ही खराब हो जाती हैं, जो इस बात का प्रमाण है कि इनमें घातक केमिकल का प्रयोग हो रहा है।
इन सब्जियों के सेवन से पेट संबंधी बीमारियों के शिकार होने की संभावना बढ़ गई है, और लोगों को इनसे बचने की सलाह दी जा रही है।
Author: samachar
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