Explore

Search
Close this search box.

Search

November 22, 2024 8:49 am

लेटेस्ट न्यूज़

भोले तो हैं, बोले भी बहुत कुछ, सनातनी भावनाओं के साथ लगे हैं “राजसेवा” में : सांसद साक्षी महाराज

14 पाठकों ने अब तक पढा

नितेश कटियार की रिपोर्ट

कुल मिलाकर उन्नाव के बहत्तर साल की प्रजातंत्रात्मक व्यवस्था के तहत लोकसभा चुनाव की सीढ़ी चढ़कर यहां वर्ष 1999 से 2024 तक (बीते चौबीस सालों) से बाहरी सांसदों का साम्राज्य चल रहा है। 

उन्नाव के लोगों का मानना है कि यदि इस बार भी भाजपा प्रत्याशी ने यहां विजयश्री का वरण किया तो हैट्रिक का तमगा भी बाहरियों के सुपुर्द हो जाएगा। इसके पहले जेड आर अंसारी और पूर्व सांसद देवी बक्स सिंह उन्नाव से हैट्रिक लगा चुके हैं।

याद दिला दें एटा जिले के मूल निवासी साक्षी महाराज सूबे क़े पश्चिमी बेल्ट के मथुरा और फर्रुखाबाद लोकसभा क्षेत्र का प्रतिनिधित्व करने के बाद वर्ष 2014 क़े लोकसभा चुनाव में उन्नाव से प्रत्याशी बनाए गए थे।

उनका नाम स्वामी सचिदानंद हरि है और उन्हें साक्षी महाराज के नाम से जाना जाता है। एटा के रहने वाले साक्षी महाराज के अनुयायियों की बड़ी संख्या है। पूरे प्रदेशभर में उनका स्कूलों और आश्रमों का नेटवर्क है। अपने शिष्यों के बीच वे बेहद लोकप्रिय माने जाते हैं।

12 जनवरी 1956 को उत्तर प्रदेश के कासगंज जिले में जन्में साक्षी महाराज वर्तमान में यूपी के उन्नाव जिले से सांसद हैं। साक्षी महाराज अपने बयानों से अक्सर सुर्खियों में रहते हैं। 

1991 में मथुरा और 1998 में फर्रखाबाद से सांसद रहे। साक्षी महाराज ने पीएचडी डिग्री हासिल की है। साक्षी महाराज कल्याण सिंह के बेहद करीबी संबंध रहे हैं। साक्षी महाराज की छवि एक हिंदूवादी नेता की है।

1999 में उन्होने समाजवादी पार्टी की टिकट से लोक सभा का चुनाव लड़ा। इस दौरान साक्षी महाराज ने बीजेपी कहा कि भाजपा की नीतियां समाज के गरीब और पिछड़े वर्गों के लिए अनुकूल नहीं हैं।

2000 में समाजवादी पार्टी के मुखिया, मुलायम सिंह यादव द्वारा साक्षी महाराज को राज्यसभा में नामित किया गया था।

2012 में साक्षी महाराज ने विधानसभा चुनाव से ठीक पहले भारतीय जनता पार्टी का दामन थाम लिया। 2014 के लोक सभा चुनाव में भारतीय जनता पार्टी ने साक्षी महाराज को उन्नाव जिले से टिकट दी और साक्षी महाराज ने भारी मतों से जीत हासिल की।

साक्षी महाराज अपने बयानों से राजनीतिक गलियारे में सुर्खियों में रहते हैं। 14 सितंबर 2015 को यूपी के कन्नौज जिले में एक सभा के दौरान साक्षी महाराज ने कहा कि ‘मदरसे आतंकवादी बना रहे थे और उन्होंने अपने छात्रों को प्यार जिहाद को चलाने के लिए प्रोत्साहित किया।’

साक्षी महाराज ने राहुल गांधी पर तंज कसते हुए कहा कि पप्पू मशीन में आलू डालकर गिन्नियां निकाल रहे हैं। 

साक्षी महाराज ने रायबरेली से राहुल गांधी को उम्मीदवार बनने के बाद बयान दिया है। उन्होंने कहा कि 2019 में अमेठी में बुरी तरह हार गए थे बल्कि हार नहीं गए थे उन्हें भगा दिया गया था। इस बार भी परिणाम कुछ ऐसा ही होगा। सोनिया गांधी ने वहां अपनी हर को स्वीकार कर लिया है इसलिए राहुल गांधी को इस बार मैदान में उतारा है।

साक्षी महाराज के विवादित बयानों की लिस्ट लंबी है। मदरसों में आतंकवाद और नाथूराम गोडसे को देशभक्त बताने वाले विवादास्पद बयानों को लेकर चर्चा में आए थे। उन्होंने जनसंख्या बढ़ाने के लिए हर हिंदू को चार संतान पैदा करने वाला बयान भी दिया था।

बहरहाल हमारे परिवार के सहयोगी और संस्थान के संस्थापक सदस्य के पुत्र नितेश कटियार ने विभिन्न मुद्दों पर साक्षी महाराज से बात की। 

सवाल चाहे उन्नाव की जनता का महाराज जी के प्रति स्नेह और प्यार की पूछा गया अथवा पिछले चुनाव की तुलना में इस बार कम वोटों से जीत की वजह, सांसद ने बड़े ही सारगर्भित अंदाज में सोच समझ कर जवाब दिया। आईए आप भी इस बातचीत का आनंद लें-

[embedyt] https://www.youtube.com/watch?v=RXD2kOgpQxM[/embedyt]

samachar
Author: samachar

"कलम हमेशा लिखती हैं इतिहास क्रांति के नारों का, कलमकार की कलम ख़रीदे सत्ता की औकात नहीं.."

लेटेस्ट न्यूज़