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November 22, 2024 5:34 am

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बेटे के मंगेतर उसमा से शादी के लिए तैयार नहीं थी मां, तो बेटे ने ऐसे हटा दिया रास्ते से 

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कमलेश कुमार चौधरी की रिपोर्ट 

कौशांबी : उत्तर प्रदेश कौशांबी के पिपरी पुलिस ने सीता मर्डर केस की गुत्थी सुलझा ली है। पुलिस ने सीता की हत्या के जुर्म में उसके बेटे नीरज और उसकी मंगेतर उसमा को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया। पुलिस ने आरोपियों के कब्जे से हत्या में प्रयोग की गई चाकू और ईंट बरामद कर ली है। अपने इकबालिया जुर्म मे आरोपी ने कबूल किया कि मां मंगेतर उसमा से शादी के लिए तैयार नहीं थी। इसके लिए उसे रास्ते से हटा दिया। उसके खुद के बचाव के लिए पुलिस को तहरीर दी थी।

उत्तर प्रदेश के मुरादपुर गांव में हुए एक हत्या मामले के बारे में बात कर रहे हैं। आपकी जानकारी के अनुसार, पुलिस ने सीता देवी की लाश मिलने के बाद उसके बेटे नीरज कुमार के खिलाफ हत्या का मामला दर्ज किया है। नीरज ने अपनी तहरीर में पूरामुफ्ती मंदर गांव के हरीलाल और उसकी बेटी उसमा के खिलाफ आरोप लगाए हैं। जांच के दौरान पुलिस ने नीरज के खिलाफ संदेह जताया है और उसने पुलिस को गुमराह करने का प्रयास करते हुए उसमा और हरीलाल के नाम बता दिए हैं।

उसमा ने पुलिस के सामने नीरज के झूठ को प्रकट करते हुए सीता देवी की हत्या के बारे में सच्चाई बता दी है। इसके बाद पुलिस ने उसे और हरीलाल को थाने ले जाकर पूछताछ शुरू की है। इस प्रक्रिया के चलते उसमा ने पुलिस को सीता देवी की हत्या की रात के सम्पूर्ण सच्चाई बता दी है। इस परिणामस्वरूप, एएसपी समर बहादुर ने बताया है कि पुलिस ने सीता देवी की हत्या के मामले में नीरज और उसमा को गिरफ्तार कर लिया है।

कैसे बेटा बना मां का कातिल

जानकारी के अनुसार, सुरेश की सड़क हादसे में मौत के बाद, सीता देवी ने अपने बच्चों की परवरिश करके उनकी शादी-विवाह करवा दी। इसके लिए सीता देवी ने हरीलाल की बेटी उसमा के साथ प्रयागराज के पूरामुफ्ती के मंदिर में रिश्ते की बातचीत की। रिश्ता में बातचीत के दौरान, उसमा और नीरज ने एक दूसरे से फोन पर बातें करनी शुरू कर दी।

सगाई के दिन, मां सीता देवी ने उसमा को कुछ सवालों के जवाब नहीं दिए क्योंकि वह उनकी पूरी सत्यापना नहीं कर सकी। इसके कारण, मां ने उसमा के साथ रिश्ता तोड़ दिया, जबकि वह और उसमा एक साथ जीने के सपने देख रखे थे। इसके परिणामस्वरूप, नीरज नाराज होकर अपनी बड़ी बहन के घर जाकर रहने लगा।

हत्या वाली रात, नीरज और उसमा घर पहुंचे। जब मां सीता को चारपाई पर सोते हुए देखा गया, तो उन्होंने उस पर हमला कर दिया। सबसे पहले, उन्होंने उसकी गर्दन पर कई चाकू से हमला किया और फिर मां को दुनिया से अलविदा कहना पड़ा।

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Author: samachar

"कलम हमेशा लिखती हैं इतिहास क्रांति के नारों का, कलमकार की कलम ख़रीदे सत्ता की औकात नहीं.."

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