आजमगढ़ पुलिस की बड़ी कार्रवाई: पुष्पा आजमगढ़ जिले की पुलिस ने एक बड़ी सफलता हासिल करते हुए पुष्पा फिल्म की तर्ज पर हो रही गांजे की तस्करी का भंडाफोड़ किया है। पुलिस ने जब इनको पकड़ा तो भारी मात्रा में गांजा बरामद किया गया है। आइए आपको बताते हैं कैसे की जा रही थी ये तस्करी। पढिए पूरी खबर
आजमगढ़ पुलिस ने एक बड़ी सफलता हासिल करते हुए दो गांजा तस्करों को गिरफ्तार किया है। पुलिस ने उनके पास से करीब सात लाख रुपये मूल्य का 70 किलो गांजा बरामद किया है। खास बात यह रही कि तस्करी के लिए इस्तेमाल किए जा रहे ऑटो की छत में गुप्त चैंबर बनाया गया था, जिसमें गांजा छिपाकर लाया जा रहा था। पुलिस ने ऑटो को भी जब्त कर लिया है।
कैसे पकड़े गए तस्कर?
आजमगढ़ जिले के रानी की सराय थाना पुलिस और स्वाट टीम को गुप्त सूचना मिली थी कि तस्कर गांजे की बड़ी खेप लेकर जा रहे हैं। इस सूचना के आधार पर पुलिस ने सेमरहा अंडरपास के पास वाहन चेकिंग अभियान चलाया। इसी दौरान, एक संदिग्ध ऑटो को रोका गया, जिसमें कोई सवारी नहीं थी।
जांच के दौरान पुलिस को ऑटो की छत असामान्य रूप से मोटी लगी, जिससे संदेह हुआ। जब पुलिस ने छत की परत हटाई, तो गुप्त चैंबर का खुलासा हुआ। इस चैंबर के अंदर गांजे की बड़ी खेप छिपाकर रखी गई थी।
तस्करों की पहचान और 10 साल पुराना नेटवर्क
पुलिस ने मौके से दो तस्करों को गिरफ्तार किया। पकड़े गए आरोपियों की पहचान इस प्रकार हुई:
मास्टर साहनी – बिहार के गोपालगंज जिले के एकडेवरा वार्ड नं. 11 का निवासी
सुरेंद्र यादव – उत्तर प्रदेश के देवरिया जिले के छित्रवली गांव का निवासी
पूछताछ के दौरान आरोपियों ने स्वीकार किया कि वे पिछले 10 वर्षों से गांजे की तस्करी कर रहे थे। हर बार वे पुलिस से बचने के लिए नई-नई तरकीबें अपनाते थे।
गांजे की सप्लाई चेन: उड़ीसा से बिहार तक
गिरफ्तार तस्करों ने खुलासा किया कि वे गांजा उड़ीसा के झारसुगुड़ा से खरीदते थे। इसके बाद, वे इसे ऑटो की छत में बने गुप्त चैंबर में छिपाकर उत्तर प्रदेश के रास्ते बिहार तक पहुंचाते थे।
इस अवैध धंधे के लिए वे सोनभद्र, चंदौली और आजमगढ़ के रास्ते का इस्तेमाल करते थे। बिहार में पहुंचकर वे इसे ऊंचे दामों पर बेचते थे और तस्करी से मिले मुनाफे को आपस में बांटते थे।
क्या-क्या बरामद हुआ?
पुलिस ने तस्करों के पास से 70 किलो 200 ग्राम गांजा बरामद किया, जिसकी बाजार में करीब सात लाख रुपये कीमत आंकी गई है। इसके अलावा, पुलिस ने इनके पास से:
एक हजार रुपये नकद, दो मोबाइल फोन, तस्करी में इस्तेमाल किया गया ऑटो भी ज़ब्त कर लिया है।
पुलिस की कार्रवाई और आगे की जांच
आजमगढ़ पुलिस की यह कार्रवाई मादक पदार्थ तस्करी पर कड़ा प्रहार मानी जा रही है। पुलिस अब यह पता लगाने में जुटी है कि इस नेटवर्क से और कौन-कौन जुड़े हैं।
इससे पहले भी आजमगढ़ पुलिस ने गांजा तस्करी के कई मामलों में कार्रवाई की है, लेकिन इस बार गुप्त चैंबर के ज़रिए तस्करी करने का तरीका देखकर पुलिस भी हैरान रह गई।
यह मामला नशीले पदार्थों की तस्करी के बढ़ते नेटवर्क को उजागर करता है। हालांकि, पुलिस की मुस्तैदी से तस्करों के मंसूबे नाकाम हो गए। आगे भी ऐसी कार्रवाई जारी रहेगी, ताकि समाज को इस अवैध कारोबार से बचाया जा सके।
➡️जगदम्बा उपाध्याय की रिपोर्ट

Author: जगदंबा उपाध्याय, मुख्य व्यवसाय प्रभारी
जिद है दुनिया जीतने की