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26 March 2025 8:58 am

बलिया के गंगा बेसिन में तेल और गैस का विशाल भंडार, भारत की ऊर्जा आत्मनिर्भरता को मिलेगी मजबूती

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“उत्तर प्रदेश के बलिया में गंगा बेसिन के नीचे मिला विशाल तेल और गैस भंडार, जो भारत को दशकों तक ऊर्जा आत्मनिर्भर बना सकता है। ONGC ने 3,001 मीटर गहराई तक खुदाई शुरू की। पढ़ें पूरी खबर👇

बलिया, उत्तर प्रदेश के गंगा बेसिन में तेल और प्राकृतिक गैस का विशाल भंडार मिला है, जिससे भारत को दशकों तक ऊर्जा के क्षेत्र में आत्मनिर्भर बनाने की क्षमता है। यह भंडार बलिया के सागरपाली से लेकर प्रयागराज के फाफामऊ तक 300 किलोमीटर से अधिक क्षेत्र में फैला हुआ है। इस खोज को ऑयल एंड नेचुरल गैस कॉरपोरेशन लिमिटेड (ONGC) ने अंजाम दिया है।

तीन साल की रिसर्च के बाद खुदाई शुरू

इस तेल और गैस भंडार के संकेत तीन साल पहले मिले थे, जिसके बाद सेटेलाइट इमेजिंग, भू-रासायनिक सर्वेक्षण, गुरुत्वाकर्षण-चुंबकीय अध्ययन और मैग्नेटो-टेल्यूरिक (MT) तकनीकों के जरिए व्यापक रिसर्च की गई। सर्वेक्षण की पुष्टि होते ही केंद्र और राज्य सरकार के विभिन्न विभागों से जरूरी मंजूरी (NOC) हासिल कर खुदाई शुरू कर दी गई।

3000 मीटर से अधिक गहराई तक खुदाई

बलिया के सागरपाली क्षेत्र में ONGC ने 8 एकड़ जमीन पट्टे पर लेकर खुदाई का कार्य शुरू कर दिया है। फिलहाल एक कुएं की खुदाई की जा रही है, जिसकी गहराई 3,001 मीटर तक होगी। यदि यहां से सकारात्मक संकेत मिलते हैं, तो गंगा बेसिन में अन्य चिन्हित स्थानों पर भी खुदाई होगी। इस खुदाई के लिए असम से अत्याधुनिक क्रेन और अन्य हाई-टेक उपकरण मंगाए गए हैं।

खुदाई क्षेत्र में बाड लगा दिया गया है, की तस्वीर

सुरक्षा के कड़े इंतजाम

तेल और गैस की खुदाई में किसी भी प्रकार की अव्यवस्था या सुरक्षा संबंधी समस्या को रोकने के लिए पूरे क्षेत्र को बाड़ लगाकर प्रतिबंधित कर दिया गया है। खुदाई का स्थान नेशनल हाईवे और सागरपाली गांव के बीच स्थित वैना रत्तू चक क्षेत्र में है।

बलिया फिर बनेगा क्रांति का केंद्र

इतिहास में बलिया स्वतंत्रता संग्राम का अहम केंद्र रहा है। इसी भूमि के स्वतंत्रता सेनानी चित्तू पांडेय के नेतृत्व में बलिया ने सबसे पहले आजादी का स्वाद चखा था। अब, ऊर्जा क्रांति की ओर बढ़ रही दुनिया में बलिया भारत की ऊर्जा आत्मनिर्भरता का नेतृत्व कर सकता है।

भारत को मिलेगा बड़ा लाभ

यदि यह तेल और गैस भंडार व्यावसायिक रूप से उपयोगी साबित होता है, तो इससे भारत को कई फायदे होंगे, जैसे:

✅ तेल और गैस के आयात पर निर्भरता घटेगी

✅ देश की ऊर्जा सुरक्षा मजबूत होगी

✅ उत्तर प्रदेश में औद्योगिक और आर्थिक विकास को बढ़ावा मिलेगा

✅ स्थानीय स्तर पर रोजगार के नए अवसर पैदा होंगे

अगले चरण की खुदाई जल्द शुरू होगी

ONGC के अधिकारियों के मुताबिक, इस क्षेत्र में तेल और गैस की पर्याप्त मात्रा होने की संभावना है। हालांकि, यह भंडार काफी गहराई में स्थित है, इसलिए वहां तक पहुंचने में एक से डेढ़ महीने का समय लग सकता है। फिलहाल, पहले कुएं की खुदाई के नतीजे आने के बाद अन्य संभावित क्षेत्रों में भी खुदाई तेज की जाएगी।

गंगा बेसिन में मिला यह तेल और गैस भंडार भारत की ऊर्जा क्रांति में मील का पत्थर साबित हो सकता है। यदि यह भंडार वाणिज्यिक रूप से उपयोगी पाया जाता है, तो यह भारत की आत्मनिर्भर भारत पहल को भी मजबूती देगा। अगले कुछ महीनों में इस परियोजना के और बड़े अपडेट सामने आ सकते हैं, जिससे भारत की ऊर्जा रणनीति में नया मोड़ आ सकता है।

➡️जगदम्बा उपाध्याय की रिपोर्ट

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