ग्राम प्रधान और सचिव की मिलीभगत से सरकारी धन की लूट
“चित्रकूट के मानिकपुर विकासखंड में बड़ा भ्रष्टाचार! ग्राम पंचायत ऊंचाडीह में बिना पिलर की बाउंड्री वॉल बनाकर लाखों रुपये का घोटाला। सरकारी धन की खुली लूट और निर्माण कार्यों में भारी अनियमितताओं का पर्दाफाश। पढ़ें पूरी खबर!
चित्रकूट। गांवों के विकास के लिए सरकार करोड़ों रुपये स्वीकृत करती है, लेकिन भ्रष्टाचार के कारण यह धन सही तरीके से उपयोग नहीं हो पाता। ग्राम प्रधान और सचिव की मिलीभगत से विकास कार्यों के नाम पर धनराशि को ठिकाने लगाने की घटनाएं आम हो गई हैं। ऐसा ही एक मामला मानिकपुर विकास खंड की ग्राम पंचायत ऊंचाडीह के मजरे चमरौंहा में सामने आया है, जहां उच्च प्राथमिक विद्यालय पयासी पुरवा में घटिया निर्माण कर लाखों रुपये का बंदरबांट किया गया।
बिना पिलर बनाई गई बाउंड्री वॉल, लाखों रुपये का हुआ भुगतान
वित्तीय वर्ष 2022-23 में मनरेगा योजना के तहत उच्च प्राथमिक विद्यालय पयासी पुरवा चमरौंहा में बाउंड्री वॉल का निर्माण कार्य कराया गया था। हालांकि, नियमों को ताक पर रखकर इस निर्माण कार्य में पिलर ही नहीं खड़े किए गए। आश्चर्य की बात यह है कि निर्माण कार्य पूरा न होने के बावजूद लाखों रुपये का भुगतान कर लिया गया।
और तो और, अपने भ्रष्टाचार को छिपाने के लिए बाउंड्री वॉल पर पिलर की नकली लाइनों की कटिंग की गई, ताकि ऐसा लगे कि मानकों के अनुसार निर्माण हुआ है। लेकिन हकीकत यह है कि यह बाउंड्री वॉल किसी भी वक्त गिर सकती है।
तेज हवा के झोंके में गिर सकती है बाउंड्री वॉल
यह बाउंड्री वॉल खुले मैदान में बनाई गई है, जहां तेज हवा के झोंके भी इसे गिराने के लिए पर्याप्त हैं। स्थानीय लोगों की मानें तो यह निर्माण कार्य केवल पैसे की हेराफेरी के लिए किया गया था।
पहले भी हुए हैं घोटाले
गौरतलब है कि उच्च प्राथमिक विद्यालय पयासी पुरवा चमरौंहा में पहले भी भ्रष्टाचार देखने को मिला है।
विद्यालय निर्माण के दौरान भी मानकों की अनदेखी कर सरकारी धन को ठिकाने लगाया गया।
क्षेत्र पंचायत द्वारा कराए गए टाइल्स कार्य में भी भारी अनियमितताएं बरती गईं।
अब ग्राम प्रधान उषा सिंह और सचिव वीरेंद्र सिंह ने बाउंड्री वॉल निर्माण में गड़बड़ी कर लाखों रुपये हड़प लिए।
जांच हुई तो सामने आ सकता है बड़ा घोटाला
ग्राम पंचायत ऊंचाडीह में विकास कार्यों के नाम पर कई फर्जीवाड़े किए गए हैं। अगर जिला प्रशासन उच्च स्तरीय जांच कमेटी गठित कर इन कार्यों की जांच करवाए, तो एक बड़े घोटाले का पर्दाफाश हो सकता है।
जनता की मांग: हो सख्त कार्रवाई
स्थानीय लोगों ने मांग की है कि इस घोटाले की निष्पक्ष जांच कर दोषियों पर सख्त कार्रवाई होनी चाहिए। यदि समय रहते इस मामले की जांच नहीं हुई, तो भविष्य में भी इस तरह के भ्रष्टाचार जारी रहेंगे।
सरकार को चाहिए कि वह इस मामले को गंभीरता से ले और भ्रष्ट अधिकारियों के खिलाफ सख्त कदम उठाए, ताकि सरकारी धन का सही उपयोग हो सके और गांवों का वास्तविक विकास हो।
➡️संजय सिंह राणा की रिपोर्ट

Author: जगदंबा उपाध्याय, मुख्य व्यवसाय प्रभारी
जिद है दुनिया जीतने की