Explore

Search
Close this search box.

Search

27 February 2025 9:46 pm

लेटेस्ट न्यूज़

परिवार नियोजन कार्यशाला में मास्टर कोच हुए सम्मानित, स्वास्थ्य सेवाओं के विस्तार पर जोर

18 पाठकों ने अब तक पढा

जगदंबा उपाध्याय की रिपोर्ट

मऊ, परिवार नियोजन कार्यक्रम की प्रगति और आगामी रणनीतियों पर चर्चा करने के लिए स्वास्थ्य विभाग ने पीएसआई इंडिया के सहयोग से एक विशेष कार्यशाला का आयोजन किया। इस अवसर पर, परिवार नियोजन कार्यक्रम को सफल बनाने में योगदान देने वाले मास्टर कोचेस को सम्मानित किया गया।

स्वास्थ्य सेवाओं को जनता तक पहुँचाना ही असली सफलता – सीएमओ

यह कार्यशाला शहर के एक प्रतिष्ठित होटल में आयोजित की गई, जिसमें स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी, पीएसआई इंडिया के प्रतिनिधि, और विभिन्न संस्थानों के पदाधिकारी उपस्थित रहे। इस दौरान, पिछले चार वर्षों में हुई प्रगति का विश्लेषण किया गया और भविष्य की रणनीतियों पर विचार-विमर्श हुआ।

मुख्य चिकित्सा अधिकारी (सीएमओ) डॉ. राहुल सिंह और अपर मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. बी.के. यादव ने कार्यक्रम का शुभारंभ दीप प्रज्वलन कर किया। इस मौके पर सीएमओ डॉ. राहुल सिंह ने कहा,

> “स्वास्थ्य विभाग को केवल डाटा और इंडिकेटर्स पर संतुष्ट नहीं होना चाहिए, बल्कि सेवाओं को आम जनता तक पहुँचाना ही असली सफलता है।”

पीएसआई इंडिया के सहयोग से सेवाओं में सुधार

अपर मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. बी.के. यादव ने पीएसआई इंडिया के तकनीकी सहयोग की सराहना करते हुए कहा कि,

> “संस्था के सहयोग से शहरी क्षेत्रों में परिवार नियोजन सेवाएं अधिक प्रभावी और गुणवत्तापूर्ण हुई हैं, जिससे इन सेवाओं को अपनाने वालों की संख्या में उल्लेखनीय वृद्धि हुई है।”

उन्होंने यह भी बताया कि शहरी स्वास्थ्य समन्वय समिति की बैठकों के माध्यम से विभिन्न सरकारी विभागों के सहयोग से स्वास्थ्य सेवाओं का उन्नयन संभव हुआ है।

मास्टर कोचेस का सम्मान और भविष्य की योजनाएँ

कार्यक्रम के दौरान, परिवार नियोजन कार्यक्रम में उत्कृष्ट योगदान देने वाले मास्टर कोचेस को सम्मानित किया गया। इसके साथ ही, आशा कार्यकर्ताओं, नगरीय प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों के स्टाफ, और जिला महिला चिकित्सालय के कर्मचारियों की क्षमतावृद्धि में पीएसआई इंडिया द्वारा किए गए सहयोग पर भी चर्चा हुई।

पीएसआई इंडिया की सीनियर मैनेजर प्रोग्राम ईप्शा सिंह और जनपद प्रतिनिधि केवल सिंह सिसोदिया ने संस्था के अनुभव साझा किए। उन्होंने बताया कि शुरुआती चुनौतियों के बावजूद, किस तरह कार्यक्रम को सुधार और सफलता की ओर ले जाया गया है।

इसके अलावा, जिला कम्युनिटी प्रोसेस मैनेजर संतोष सिंह, डीईआईसी मैनेजर अरविंद वर्मा, अपर मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. वकील अली, और जिला कार्यक्रम प्रबंधक रविंद्र नाथ सहित अन्य विशेषज्ञों ने भी अपने विचार व्यक्त किए।

कार्यक्रम का समापन और आगे की दिशा

कार्यशाला का संचालन सहायक शोध अधिकारी सुनील सिंह ने किया, जिन्होंने स्वास्थ्य विभाग की सेवाओं और उपलब्धियों की जानकारी साझा की। वहीं, शहरी स्वास्थ्य मिशन के जिला कोऑर्डिनेटर देवेंद्र प्रताप ने सभी प्रतिभागियों को धन्यवाद दिया और भविष्य में भी इसी तरह के प्रयास जारी रखने की प्रतिबद्धता दोहराई।

इस कार्यशाला में डूडा, बेसिक शिक्षा विभाग, आईसीडीएस, डब्ल्यूएचओ, यूनिसेफ, पीएसआई इंडिया की प्रियंका सिंह, सीएमओ ऑफिस के कर्मचारी, शहरी स्वास्थ्य केंद्रों का स्टाफ, और आशा कार्यकर्ता भी शामिल हुए।

इस कार्यशाला में स्वास्थ्य सेवाओं की प्रभावशीलता बढ़ाने और परिवार नियोजन कार्यक्रम को अधिक सुलभ बनाने पर विशेष जोर दिया गया। विशेषज्ञों ने इस बात पर सहमति व्यक्त की कि सिर्फ आंकड़ों में सुधार पर्याप्त नहीं, बल्कि सेवाओं को ज़मीनी स्तर तक प्रभावी रूप से पहुँचाना ही असली सफलता है।

▶️अपने आस पास की खबरों के लिए हमारे साथ बने रहें समाचार दर्पण24.कॉम

Leave a comment

लेटेस्ट न्यूज़