अब्दुल मोबीन सिद्दीकी की रिपोर्ट
उत्तर प्रदेश का कानपुर लंबे समय से पान मसाला और गुटखे के लिए जाना जाता है। यहां से कई बड़े गुटखा ब्रांड निकले हैं। लेकिन जब से DM जितेंद्र प्रताप सिंह ने शहर की कमान संभाली है, तब से गुटखे के खिलाफ उनकी मुहिम सुर्खियों में बनी हुई है।
समाधान दिवस में सामने आया अनोखा मामला
शनिवार को समाधान दिवस के दौरान एक दिलचस्प वाकया देखने को मिला। जिलाधिकारी जितेंद्र प्रताप सिंह शिवराजपुर पहुंचे थे, जहां जनता अपनी समस्याएं रख रही थी और उनके समाधान किए जा रहे थे। इसी बीच, देवेंद्र पांडे नाम का एक व्यक्ति अपनी शिकायत लेकर पहुंचा। लेकिन जब उसने बोलना शुरू किया, तो DM ने तुरंत नोटिस किया कि उसने गुटखा खाया हुआ है, जिससे वह सही से बात भी नहीं कर पा रहा था।
DM ने सख्त लहजे में दी नसीहत
यह देखते ही DM साहब नाराज हो गए। उन्होंने देवेंद्र पांडे से कड़े शब्दों में पूछा,
“गुटखा खाकर सरकारी जगह पर कैसे आए हो? क्या तुम्हें पता नहीं कि यह सेहत के लिए नुकसानदायक है और सरकारी परिसरों में इस पर रोक है?”
DM की इस फटकार के बाद देवेंद्र पांडे के पास कोई जवाब नहीं था। इसके तुरंत बाद, DM ने अधिकारियों को आदेश दिया कि व्यक्ति पर ₹200 का जुर्माना लगाया जाए और उसकी रसीद भी दी जाए।
दो रुपये के गुटखे पर ₹200 का जुर्माना!
यह खबर शहर में चर्चा का विषय बन गई। लोग कहने लगे कि “दो रुपये के गुटखे के लिए 200 रुपये का जुर्माना! यानी कीमत से 100 गुना ज्यादा!” इससे पहले भी जनता दरबार के दौरान एक व्यक्ति गुटखा खाकर पहुंचा था, तब DM ने उससे शपथ पत्र लिखवाकर गुटखा छोड़ने की कसम खिलवाई थी। उस व्यक्ति की पत्नी ने गवाह के तौर पर हस्ताक्षर भी किए थे।
DM की मुहिम से लोग प्रभावित
DM जितेंद्र प्रताप सिंह की यह सख्ती कानपुर में बदलाव का संकेत दे रही है। उनके एक्शन से लोग गुटखा छोड़ने पर विचार कर रहे हैं। प्रशासन भी इस अभियान को आगे बढ़ाने के लिए तैयार है। अब देखने वाली बात होगी कि कानपुर गुटखा मुक्त बन पाता है या नहीं!
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Author: जगदंबा उपाध्याय, मुख्य व्यवसाय प्रभारी
जिद है दुनिया जीतने की