Explore

Search
Close this search box.

Search

23 February 2025 5:05 am

लेटेस्ट न्यूज़

कानपुर में कमाल….थाने के मालखाने से 41.30 लाख की नकदी और जेवरात गायब

26 पाठकों ने अब तक पढा

ठाकुर बख्श सिंह की रिपोर्ट

कानपुर, उत्तर प्रदेश – कानपुर के गोविंद नगर थाने में एक चौंकाने वाला मामला सामने आया है, जहां मालखाने से 41.30 लाख रुपये की नकदी और कीमती जेवरात गायब हो गए। इस घटना से पुलिस विभाग में हड़कंप मच गया है।

जांच में सामने आया है कि इस गड़बड़ी में तत्कालीन मालखाना इंचार्ज दिनेश चंद्र तिवारी का नाम प्रमुख रूप से जुड़ा हुआ है।

चार्ज देने में की जा रही थी आनाकानी

सूत्रों के मुताबिक, कुछ महीनों पहले ही दिनेश चंद्र तिवारी का तबादला लखनऊ के चौक थाने में हो गया था। हालांकि, हैरानी की बात यह है कि उन्होंने नए मालखाना इंचार्ज को चार्ज सौंपने में आनाकानी की। पुलिस अधिकारियों ने कई बार नोटिस जारी किए, लेकिन इसके बावजूद वह चार्ज देने से बचते रहे। अंततः जब उच्चाधिकारियों ने सख्ती दिखाई, तब जाकर उन्होंने नए इंचार्ज को चार्ज सौंपा।

गिनती में 41.30 लाख की नकदी और जेवरात गायब

नए मालखाना इंचार्ज ने जब चार्ज संभाला और सामान का मिलान किया, तो हकीकत सामने आई। जांच के दौरान पाया गया कि 41.30 लाख रुपये की नकदी और कीमती जेवरात समेत अन्य सामान गायब थे।

पुलिस मालखाने से नगदी और गहने चोरी

इस मामले में गोविंद नगर थाना प्रभारी प्रदीप कुमार सिंह ने पूर्व मालखाना इंचार्ज दिनेश चंद्र तिवारी के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराई है।

कई बार भेजे गए नोटिस, फिर भी नहीं किया चार्ज हैंडओवर

जानकारी के अनुसार, दिनेश चंद्र तिवारी 22 अक्टूबर 2020 से 17 अक्टूबर 2022 तक गोविंद नगर थाने के मालखाने के इंचार्ज थे। ट्रांसफर के बावजूद, उन्होंने चार्ज देने में टालमटोल किया। बार-बार नोटिस भेजने के बाद भी वह जिम्मेदारी नए इंचार्ज को सौंपने नहीं आ रहे थे।

मामले की जांच के लिए कमेटी गठित

डीसीपी साउथ महेश कुमार ने बताया कि इस गंभीर मामले की जांच के लिए एक विशेष कमेटी बनाई गई है। साथ ही, तत्कालीन मालखाना इंचार्ज दिनेश चंद्र तिवारी के खिलाफ विभागीय कार्रवाई की जाएगी।

ज्ञात हो कि पुलिस इस मामले को गहराई से खंगाल रही है ताकि यह पता लगाया जा सके कि आखिर इतने बड़े घोटाले के पीछे कौन-कौन शामिल है।

आगे की कार्रवाई जारी

फिलहाल, पुलिस की जांच जारी है और विभाग इस मामले को पूरी गंभीरता से ले रहा है। जैसे-जैसे जांच आगे बढ़ेगी, वैसे-वैसे और भी बड़े खुलासे होने की संभावना है। इस मामले ने पुलिस प्रशासन में जवाबदेही और पारदर्शिता को लेकर कई सवाल खड़े कर दिए हैं।

🆑अपने आस पास की खबरों के लिए हमारे साथ बने रहें

Leave a comment

लेटेस्ट न्यूज़