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11 March 2025 11:10 pm

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महाकुंभ त्रासदी पर अखिलेश का हमला : ‘अगर 100 करोड़ की तैयारी झूठी है, तो मैं इस्तीफा दूंगा’

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अंजनी कुमार त्रिपाठी की रिपोर्ट

संसद के बजट सत्र के दौरान समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष, अखिलेश यादव, ने महाकुंभ हादसे को लेकर सरकार पर तीखा हमला किया। उन्होंने सरकार से महाकुंभ में हुई मौतों का आधिकारिक आंकड़ा जारी करने की मांग की और मृतकों के सम्मान में संसद में दो मिनट का मौन रखने का प्रस्ताव रखा। अखिलेश यादव ने स्वयं खड़े होकर मौन धारण करने की घोषणा भी की।

अखिलेश यादव ने उत्तर प्रदेश की योगी सरकार पर आरोप लगाते हुए कहा कि सरकार ने महाकुंभ के लिए 100 करोड़ लोगों के आने की तैयारी का दावा किया था। उन्होंने चुनौती दी कि यदि सरकार यह साबित कर दे कि ऐसा कोई दावा नहीं किया गया था, तो वह अपने पद से इस्तीफा देने को तैयार हैं। उन्होंने कहा, “प्रचार किया गया कि 100 करोड़ की तैयारी हमने की हुई है, अगर सरकार मेरी बात को झूठा करार दे और बता दें कि 100 करोड़ लोगों की व्यवस्था की बात नहीं की गई थी, तो मैं इस्तीफा देने को तैयार हूं।”

सपा अध्यक्ष ने महाकुंभ हादसे के लिए जिम्मेदार लोगों पर कार्रवाई की मांग की और सवाल उठाया कि मृतकों के आंकड़े क्यों छिपाए जा रहे हैं। उन्होंने कहा, “महाकुंभ कोई पहली बार नहीं हो रहा है, कुंभ का आयोजन सदियों से होता आया है। महाकुंभ का सरकार ने खूब प्रचार किया और हम लोग यह सुनते रहे कि सरकार ने 100 करोड़ लोगों के आने का इंतजाम किया है। अगर यह बात गलत है तो मैं आपको इस्तीफा देना चाहता हूं।”

अखिलेश यादव ने सरकार से महाकुंभ में मारे गए लोगों के आंकड़े प्रस्तुत करने की मांग की और कहा कि बजट के आंकड़े देने से पहले महाकुंभ में मारे गए लोगों के आंकड़े देने चाहिए। उन्होंने यह भी सुझाव दिया कि महाकुंभ के प्रबंधन की जिम्मेदारी सेना को सौंपी जानी चाहिए, ताकि भविष्य में ऐसी घटनाओं से बचा जा सके।

इस मुद्दे पर विपक्षी दलों ने भी सरकार की आलोचना की है। रालोद के अध्यक्ष जयंत चौधरी ने महाकुंभ में भगदड़ की घटना पर संसद में चर्चा की मांग की है। उन्होंने कहा, “महाकुंभ में भगदड़ पर चर्चा होनी चाहिए।”

अखिलेश यादव ने सरकार पर आरोप लगाया कि वह महाकुंभ हादसे के मृतकों की संख्या छिपा रही है और कहा कि “डिजिटल-डिजिटल करने वाले आज मौतों का डिजिट नहीं बता रहे”।

उन्होंने यह भी कहा कि सरकार को महाकुंभ में फंसे श्रद्धालुओं के लिए भोजन, पानी, चिकित्सा और ईंधन की व्यवस्था करनी चाहिए। साथ ही, प्रदेश भर से मेडिकल और पैरामेडिकल स्टाफ को स्वयंसेवी लोगों के माध्यम से दूरस्थ इलाकों में फंसे लोगों तक पहुंचाने की व्यवस्था करने का सुझाव दिया।

अखिलेश यादव ने महाकुंभ हादसे को लेकर सरकार की तैयारियों और प्रबंधन पर गंभीर सवाल उठाए हैं और इस मुद्दे पर संसद में विस्तृत चर्चा की मांग की है।

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