ठाकुर बख्श सिंह की रिपोर्ट
उत्तर प्रदेश के सीतापुर जिले में हुए छह हत्याओं के मामले में पुलिस ने चौंकाने वाला खुलासा किया है। जिस अजीत सिंह को अब तक इस निर्मम हत्याकांड का चश्मदीद गवाह माना जा रहा था, वही असल में इस जघन्य अपराध का मुख्य आरोपी निकला। पुलिस जांच में यह साबित हुआ कि अजीत सिंह ने ही अपने छोटे भाई अनुराग सिंह, उसकी पत्नी, बच्चों और मां की निर्दयता से हत्या कर दी थी।
पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट से खुला राज
शुरुआती जांच में यह बताया जा रहा था कि अनुराग सिंह ने अपने पूरे परिवार की हत्या करने के बाद आत्महत्या कर ली, लेकिन जब पुलिस ने पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट की गहन जांच की, तो मामला संदेहास्पद लगा। रिपोर्ट में मिले संकेतों के आधार पर जब पुलिस ने अजीत सिंह से कड़ाई से पूछताछ की, तो उसने अपना जुर्म कबूल कर लिया।
सिर्फ 90 मिनट में छह लोगों की हत्या
पुलिस जांच में सामने आया कि अजीत सिंह ने मात्र 90 मिनट के अंदर अपने छोटे भाई अनुराग, उसकी पत्नी प्रियंका, उनकी मां सावित्री और तीन मासूम बच्चों की निर्मम हत्या कर दी। इसके बाद उसने पुलिस और समाज को गुमराह करने के लिए एक झूठी कहानी गढ़ी कि अनुराग ने ही पूरे परिवार को मार डाला था।
हत्याकांड की असली वजह
पूछताछ के दौरान आरोपी अजीत ने बताया कि इस खौफनाक वारदात की जड़ में खेत की जमीन और पिता के किसान क्रेडिट कार्ड (KCC) के लोन की रकम को लेकर हुआ विवाद था। अजीत चाहता था कि अनुराग पिता के KCC लोन को चुकाए, लेकिन अनुराग ने इससे साफ इनकार कर दिया। इसी बात को लेकर अजीत के मन में गहरा गुस्सा भर गया और उसने अपने सगे भाई और उसके परिवार को खत्म करने की साजिश रच डाली।
हत्या की साजिश और क्रूरता
आरोपी अजीत ने पहले से हत्या की पूरी योजना बना ली थी। शुक्रवार की शाम को उसने घर में बनी खिचड़ी में नींद की पांच गोलियां मिला दीं, ताकि घर के सभी लोग गहरी नींद में सो जाएं। उसकी पहली योजना सिर्फ अनुराग और प्रियंका की हत्या करने की थी, जबकि मां सावित्री और बच्चों को केवल बेहोश करना चाहता था, ताकि वे उसकी साजिश को समझ न सकें। लेकिन जब उसे पता चला कि परिवार के सभी सदस्य बाहर से खाना खाकर आए थे, तो उसने अपना पूरा प्लान बदल दिया।
नींद में होने के बावजूद उसने परिवार के सभी सदस्यों को बेरहमी से गोली मारकर मौत के घाट उतार दिया। इसके बाद, उसने खुद को निर्दोष साबित करने के लिए झूठी कहानी गढ़ी और चश्मदीद बनने का नाटक किया।
पुलिस ने किया गिरफ्तार, मामला दर्ज
पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट में संदेह पैदा होने के बाद जब पुलिस ने अजीत से कड़ाई से पूछताछ की, तो उसने अपना अपराध स्वीकार कर लिया। इसके बाद पुलिस ने आरोपी अजीत सिंह के खिलाफ रामपुर मथुरा थाने में हत्या और आर्म्स एक्ट के तहत मामला दर्ज कर उसे जेल भेज दिया।
पूरे गांव में मातम और दहशत का माहौल
इस हृदयविदारक घटना के बाद पूरे गांव में सन्नाटा और मातम पसरा हुआ है। लोगों को यकीन नहीं हो रहा कि भाई-भाई का दुश्मन बन सकता है और इस हद तक निर्दयी हो सकता है कि अपनी ही मां, बहू और मासूम बच्चों की जान ले ले।
पुलिस ने मामले की गहराई से जांच करने के लिए टीम गठित कर दी है, ताकि इस हत्याकांड से जुड़े और भी पहलुओं को उजागर किया जा सके।
Author: मुख्य व्यवसाय प्रभारी
जिद है दुनिया जीतने की