हरीश चन्द्र गुप्ता की रिपोर्ट
छत्तीसगढ़ के रायगढ़ जिले में एक दिल दहला देने वाली घटना सामने आई है, जिसने पूरे इलाके को हिला कर रख दिया है। औद्योगिक नगरी रायगढ़ के जूटमिल थाना क्षेत्र का एक वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है। इस वीडियो में एक युवक को निर्वस्त्र कर बेल्ट से बुरी तरह पीटा जा रहा है। यह अमानवीय घटना रायगढ़ की कानून-व्यवस्था पर गंभीर सवाल खड़े करती है।
पीड़ित की पहचान और वीडियो का विवरण
पीड़ित युवक की पहचान रोमेश साहू के रूप में हुई है। वायरल वीडियो में साफ देखा जा सकता है कि एक आरोपी, जिसे बंटी साहू उर्फ रावण के नाम से जाना जाता है, हाथ में शराब की बोतल लिए हुए फिल्मी विलेन की तरह रोमेश को कपड़े उतारने के लिए मजबूर कर रहा है। कमरे में मौजूद अन्य लोग भी इस क्रूरता में शामिल हैं — कोई गालियां दे रहा है, तो कोई मारपीट कर रहा है।
करीब 6 मिनट लंबे इस वीडियो में 4 मिनट तक रोमेश पर बर्बरता से बेल्ट से प्रहार किया गया। वीडियो में रोमेश बार-बार माफी मांगता और छोड़ देने की गुहार लगाता नजर आ रहा है, लेकिन नशे में चूर बंटी उर्फ रावण उसकी एक भी नहीं सुनता। अंततः, पीड़ित की हालत बेहद दयनीय हो जाती है, लेकिन कमरे में मौजूद किसी को भी उस पर दया नहीं आती।
पुलिस की लापरवाही और पीड़ित की शिकायत
घटना के बाद जब रोमेश ने जूटमिल थाना में शिकायत दर्ज कराने की कोशिश की, तो पुलिस ने उसकी शिकायत को गंभीरता से नहीं लिया। न केवल शिकायत दर्ज करने में अनदेखी की गई, बल्कि उसकी बात भी पूरी तरह से नहीं सुनी गई। आखिरकार, थाने से निराश होकर रोमेश ने जिले के पुलिस अधीक्षक से अपनी पीड़ा व्यक्त की और पूरी घटना के बारे में जानकारी दी।
आरोपी पर दर्ज हैं कई गंभीर मामले
बंटी उर्फ रावण के खिलाफ पहले से ही कई आपराधिक मामले दर्ज हैं। इन मामलों में हत्या के प्रयास, धोखाधड़ी, वाहन चोरी और ठगी जैसे संगीन अपराध शामिल हैं। बावजूद इसके, आरोपी खुलेआम कानून को धत्ता बताते हुए इलाके में दहशत फैलाने के लिए इस तरह की घटनाओं को अंजाम देता आ रहा है। वह अपने ठिकाने पर लोगों को बुलाकर बंधक बनाता है, मारपीट करता है और इन घटनाओं के वीडियो बनाकर उनका भय कायम रखता है।
वायरल वीडियो के बाद बढ़ा दबाव
वीडियो वायरल होने के बाद इस घटना ने प्रशासन को हिला दिया। रायगढ़ के विधायक ओपी चौधरी ने भी मामले का संज्ञान लिया और पुलिस पर कार्रवाई का दबाव बनाया। हालांकि, रोमेश का कहना है कि अब तक उसकी शिकायत पर कोई ठोस कार्रवाई नहीं हुई है। पीड़ित और उसका परिवार लगातार धमकी भरे फोन कॉल्स का सामना कर रहा है, जिससे उनकी सुरक्षा को खतरा है। पुलिस अधीक्षक ने उन्हें जल्द से जल्द न्याय दिलाने का आश्वासन दिया है।
प्रशासन और पुलिस की कार्यप्रणाली पर सवाल
इस घटना ने रायगढ़ पुलिस की कार्यप्रणाली पर गंभीर प्रश्नचिह्न खड़ा कर दिया है। एक आदतन अपराधी द्वारा खुलेआम अपराध किए जाने और पुलिस के निष्क्रिय रहने से आमजन का कानून-व्यवस्था पर विश्वास कमजोर हो रहा है। सोशल मीडिया पर जनता ने पुलिस की भूमिका पर कड़ी आलोचना की है और दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग उठाई है।
यह मामला न केवल कानून के प्रति प्रशासन की उदासीनता को उजागर करता है, बल्कि समाज में बढ़ते अपराधों की भयावहता को भी दर्शाता है।