कमलेश कुमार चौधरी की रिपोर्ट
मुरादाबाद के मैनाठेर थाना क्षेत्र के कलालखेड़ा गांव में 18 साल पुरानी रंजिश का खूनी अंजाम सामने आया। रविवार रात एक मजदूर की हत्या धारदार हथियारों और गोली मारकर कर दी गई। मृतक की पत्नी और बेटे पर भी जानलेवा हमला कर उन्हें घायल कर दिया गया। घटना के बाद पुलिस ने शव का पोस्टमार्टम कराकर परिजनों को सौंप दिया। पत्नी की तहरीर पर सात आरोपियों के खिलाफ हत्या का मामला दर्ज कर लिया गया है। पुलिस ने आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए चार टीमें गठित की हैं।
18 साल पुरानी रंजिश बनी हत्या का कारण
मृतक ओमपाल पासी, जो कलालखेड़ा गांव का निवासी था, कुछ सालों से चंडीगढ़ में मजदूरी और रिक्शा चलाने का काम करता था। 18 साल पहले गांव में बच्चों के बीच विवाद हुआ था, जिसमें बड़े भी शामिल हो गए थे। इस विवाद के दौरान हुई मारपीट में कुलवंत के पिता लाखन सिंह की मृत्यु हो गई थी। उस घटना के बाद दोनों परिवारों के बीच गहरी दुश्मनी हो गई थी। मामला कोर्ट में विचाराधीन होने के बावजूद रंजिश जारी थी, जिसके चलते ओमपाल गांव छोड़कर चंडीगढ़ में रहने लगा था।
हाल ही में वह गांव में अपना नया घर बनवा रहा था, इसलिए गांव में आया हुआ था।
वारदात की रात का मंजर
रविवार रात करीब 8 बजे ओमपाल अपनी पत्नी रामवती और बेटे बृजपाल के साथ अपने निर्माणाधीन मकान से घर लौट रहा था। रास्ता कुलवंत के घर के सामने से होकर जाता था। आरोप है कि कुलवंत और उसके भाई भारत सिंह, जगत सिंह, देवराज, रंजीत, संजीव, और रिश्तेदार हरपाल पहले से घात लगाकर बैठे थे। जैसे ही ओमपाल उनके घर के सामने से गुजरा, उन्होंने उस पर लाठी-डंडों, गड़ासे और धारदार हथियारों से हमला कर दिया।
हमले में ओमपाल बुरी तरह घायल हो गया। इस बीच, भारत सिंह ने तमंचा निकालकर ओमपाल को गोली मार दी, जो उसके दाहिने कंधे में लगी। ओमपाल के बचाव में आई उसकी पत्नी रामवती और बेटा बृजपाल भी हमले में घायल हो गए।
अस्पताल में हुई मौत
घटना के बाद आरोपी मौके से फरार हो गए। गंभीर हालत में ओमपाल को अस्पताल ले जाया गया, जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। पत्नी और बेटे का इलाज जारी है।
पुलिस कार्रवाई तेज
घटना की सूचना मिलते ही मैनाठेर थाना प्रभारी किरनपाल सिंह पुलिस टीम के साथ मौके पर पहुंचे। एसपी देहात कुंवर आकाश सिंह और सीओ राजेश कुमार तिवारी ने फॉरेंसिक टीम बुलाकर घटनास्थल की जांच कराई। शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजा गया और सोमवार को शव परिजनों को सौंप दिया गया। पोस्टमार्टम रिपोर्ट में गोली लगने और सिर में गंभीर चोट के कारण अत्यधिक खून बहने से मौत की पुष्टि हुई है।
रामवती की तहरीर पर पुलिस ने सात नामजद आरोपियों — कुलवंत, भारत सिंह, जगत सिंह, देवराज, रंजीत, संजीव और हरपाल — के खिलाफ हत्या का केस दर्ज किया है। पुलिस की चार टीमें आरोपियों की तलाश में जुटी हैं।
पुलिस का बयान
एसपी देहात कुंवर आकाश सिंह ने कहा कि यह हमला पुरानी रंजिश का नतीजा है। जल्द ही सभी आरोपियों को गिरफ्तार कर मामले का खुलासा किया जाएगा।