अर्जुन वर्मा की रिपोर्ट
देवरिया, किसानों की आवश्यकताओं को ध्यान में रखते हुए और उनकी सुविधा के लिए, जनपद में 175 मैट्रिक टन अतिरिक्त डीएपी (डाई-अमोनियम फॉस्फेट) उर्वरक की व्यवस्था की गई है। मुख्य विकास अधिकारी प्रत्यूष पाण्डेय ने जानकारी देते हुए बताया कि यह उर्वरक निजी क्षेत्र की उर्वरक उत्पादक कंपनी आईपीएल द्वारा उपलब्ध कराया गया है। किसानों को यह उर्वरक सहकारी समितियों के माध्यम से वितरित किया जाएगा।
इससे पहले, 21 अक्टूबर 2024 को 300 मैट्रिक टन डीएपी का आवंटन जनपद की 30 सहकारी समितियों (वी-पैक्स) को किया गया था। अब पुनः प्राप्त 175 मैट्रिक टन डीएपी का वितरण 14 सहकारी समितियों (बी-पैक्स) और 1 पीसीएफ कृषक सेवा केंद्र को किया गया है। इस नई खेप से किसानों को उनकी जरूरत के अनुसार उर्वरक समय पर उपलब्ध हो सकेगा।
जिला प्रबंधक, पीसीएफ को यह सुनिश्चित करने के निर्देश दिए गए हैं कि समितियों के खाते में उपलब्ध क्रेडिट बैलेंस के आधार पर उर्वरक को रैक पॉइंट से शीघ्रता से प्रेषित किया जाए। किसानों को यह डीएपी उर्वरक 1350 रुपये प्रति बोरी (50 किलोग्राम) की दर पर उपलब्ध होगा।
पारदर्शिता के लिए विशेष प्रबंध
उर्वरक वितरण प्रक्रिया को पूरी तरह पारदर्शी बनाने के लिए बिक्री केंद्रों पर लेखपालों की तैनाती की गई है। यह सुनिश्चित किया गया है कि लेखपालों की उपस्थिति में ही डीएपी का वितरण किया जाए, ताकि किसानों को किसी भी प्रकार की असुविधा न हो।
इस पहल से क्षेत्र के किसानों को रबी फसल की बुआई और उत्पादन के लिए आवश्यक उर्वरक आसानी से उपलब्ध हो सकेगा, जिससे उनकी उपज बढ़ाने में मदद मिलेगी। प्रशासन का यह कदम किसान कल्याण के प्रति उनकी प्रतिबद्धता को दर्शाता है।