अर्जुन वर्मा की रिपोर्ट
देवरिया, भारतीय संविधान के 75 गौरवशाली वर्षों को पूर्ण होने के उपलक्ष्य में आज देवरिया जिले में भव्य विधायी और सांस्कृतिक कार्यक्रम आयोजित किए गए। इस अवसर पर संविधान के महत्व, आदर्शों और उसके प्रति नागरिकों की प्रतिबद्धता को प्रकट करने पर जोर दिया गया।
प्रदेश स्तरीय कार्यक्रम का सजीव प्रसारण
संविधान दिवस पर प्रदेश स्तर का मुख्य कार्यक्रम लखनऊ स्थित लोक भवन के सभागार में आयोजित हुआ, जिसमें मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अध्यक्षता की। इस कार्यक्रम का सजीव प्रसारण देवरिया जनपद के विभिन्न कार्यालयों में किया गया।
विकास भवन गांधी सभागार में मुख्य कार्यक्रम
जनपद स्तर पर संविधान दिवस का मुख्य कार्यक्रम विकास भवन के गांधी सभागार में आयोजित हुआ। लखनऊ के कार्यक्रम के सजीव प्रसारण के पश्चात, मुख्य विकास अधिकारी (सीडीओ) प्रत्यूष पांडेय ने संविधान निर्माता डॉ. भीमराव अंबेडकर के चित्र पर माल्यार्पण कर उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित की। सीडीओ ने संविधान निर्माण में योगदान देने वाले महान विभूतियों के प्रति कृतज्ञता व्यक्त की और सभी अधिकारियों व कर्मचारियों को संविधान की उद्देशिका की शपथ दिलाई।
सीडीओ ने अपने संबोधन में भारतीय संविधान को एक महान विधान बताते हुए कहा कि यह न केवल मौलिक अधिकारों और कर्तव्यों का संरक्षक है, बल्कि राष्ट्रीय प्रगति और सामाजिक समरसता का भी मार्गदर्शक है। उन्होंने कहा कि संविधान का पालन करना प्रत्येक नागरिक का प्राथमिक कर्तव्य है। इस कार्यक्रम में अपर पुलिस अधीक्षक सुनील कुमार सिंह, जिला विकास अधिकारी रविशंकर राय, पीडी डीआरडीए अनिल कुमार, और डीसी मनरेगा आलोक पांडेय सहित कई अधिकारी एवं कर्मचारी मौजूद थे।
कलेक्ट्रेट सभागार में कार्यक्रम
संविधान दिवस के उपलक्ष्य में कलेक्ट्रेट सभागार में भी एक कार्यक्रम आयोजित किया गया। इस अवसर पर अपर जिलाधिकारी (प्रशासन) गौरव श्रीवास्तव ने अधिकारियों और कर्मचारियों को संविधान की उद्देशिका का वाचन कराया और शपथ दिलाई। उन्होंने संविधान के 75 वर्षों को भारतीय लोकतंत्र के लिए प्रेरणा का स्रोत बताया। कार्यक्रम में अपर जिलाधिकारी (वित्त एवं राजस्व) अरुण कुमार राय, सीआरओ जेआर चौधरी सहित अन्य अधिकारी उपस्थित रहे।
धन्वंतरि सभागार में सीएमओ का संबोधन
मुख्य चिकित्सा अधिकारी कार्यालय के धन्वंतरि सभागार में आयोजित कार्यक्रम में सीएमओ डॉ. राजेश झा ने संविधान निर्माताओं के योगदान को याद किया। उन्होंने संविधान को राष्ट्रीय एकता, समानता, और अखंडता का प्रतीक बताते हुए नागरिकों से इसके आदर्शों को अपने जीवन में अपनाने का आह्वान किया।
राष्ट्र निर्माण में संविधान के आदर्शों का महत्व
संविधान दिवस के अवसर पर सभी वक्ताओं ने संविधान के आदर्शों का महत्व समझाया और नागरिकों से अपील की कि वे इन आदर्शों को अपनाकर राष्ट्र निर्माण में सक्रिय भूमिका निभाएं। यह दिन न केवल संविधान के प्रति हमारी आस्था को सुदृढ़ करता है, बल्कि राष्ट्रीय एकता और समरसता के लिए हमारी प्रतिबद्धता को भी दर्शाता है।