कमलेश कुमार चौधरी की रिपोर्ट
समाजवादी पार्टी (सपा) के अध्यक्ष अखिलेश यादव ने उत्तर प्रदेश की भाजपा सरकार पर तीखा हमला बोलते हुए उस पर संविधान को कमजोर करने का आरोप लगाया। शुक्रवार को खैर विधानसभा क्षेत्र में सपा प्रत्याशी डॉ. चारू कैन के समर्थन में एक जनसभा को संबोधित करते हुए यादव ने कहा कि ‘‘मुठभेड़ करने वाली सरकार संविधान पर भरोसा नहीं करती है।’’
संविधान की रक्षा के लिए प्रतिबद्ध सपा
अखिलेश यादव ने अपने भाषण में जोर देकर कहा कि उनकी पार्टी, समाजवादी पार्टी, संविधान और लोकतंत्र की रक्षा के लिए पूरी तरह से प्रतिबद्ध है। उन्होंने कहा, ‘‘हमने लोगों को संविधान के महत्व के बारे में जागरूक किया है। ‘इंडिया’ गठबंधन को व्यापक जनसमर्थन मिला है, लेकिन इसका मतलब यह नहीं है कि सत्तारूढ़ पार्टी इसमें दखल नहीं दे सकती।’’
यादव ने जनता को भरोसा दिलाते हुए कहा, ‘‘समाजवादी पार्टी संविधान और लोकतंत्र की रक्षा करती रहेगी।’’ उन्होंने राज्य की मौजूदा भाजपा सरकार को आड़े हाथों लेते हुए कहा, ‘‘जो लोग साधु-संत की वेशभूषा में हैं, वे कम बोलने के बजाय अब ज्यादा बोलने लगे हैं।’’
योगी आदित्यनाथ पर परोक्ष निशाना
इस बयान को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ पर एक परोक्ष निशाना माना जा रहा है। अखिलेश यादव ने कहा, ‘‘जिन लोगों के बारे में हमने सोचा था कि वे सत्य के मार्ग पर चलेंगे, वे अब झूठ के सौदागर बन गए हैं।’’ उन्होंने मुख्यमंत्री पर आरोप लगाते हुए कहा कि वे समाज में अस्थिरता फैलाने का काम कर रहे हैं।
यादव ने दावा किया, ‘‘हमारे मुख्यमंत्री समाज में बारूद बिछा रहे हैं, लेकिन उन्हें इस बात का अहसास नहीं है कि उनकी अपनी कुर्सी खतरे में है। उनके शासन की नींव खोखली हो रही है और उनकी कुर्सी के नीचे सुरंग खोदी जा रही है।’’
भाजपा पर महंगाई बढ़ाने और बेरोजगारी फैलाने का आरोप
अखिलेश यादव ने भाजपा सरकार पर आरोप लगाया कि उसने महंगाई को बढ़ावा देकर केवल अपने ‘‘व्यापारिक सहयोगियों’’ को लाभ पहुंचाने का काम किया है। उन्होंने कहा कि भाजपा युवाओं को स्थायी रोजगार देने में पूरी तरह विफल रही है। इसके बजाय, भाजपा सरकार ने जनता के धन और संसाधनों का दुरुपयोग किया है।
‘ट्रिलियन-डॉलर अर्थव्यवस्था’ के दावे पर सवाल
उत्तर प्रदेश को ‘‘ट्रिलियन-डॉलर अर्थव्यवस्था’’ बनाने के योगी सरकार के दावे पर सवाल उठाते हुए यादव ने कहा, ‘‘वे ट्रिलियन-डॉलर अर्थव्यवस्था का वादा तो करते हैं, लेकिन हमारे युवाओं के लिए रोजगार सृजन का कोई ठोस इरादा नहीं रखते।’’ उन्होंने कहा कि ये सारे दावे केवल गरीबों को भ्रमित करने और उनका ध्यान भटकाने के लिए किए जाते हैं।
उपचुनाव की रणनीति पर ध्यान
गौरतलब है कि खैर विधानसभा क्षेत्र में उपचुनाव 20 नवंबर को होने जा रहा है। इस उपचुनाव में सपा ने डॉ. चारू कैन को अपना उम्मीदवार बनाया है, और अखिलेश यादव ने जनसभा के माध्यम से अपने उम्मीदवार के लिए समर्थन जुटाने की कोशिश की।
अखिलेश यादव का यह तीखा भाषण न केवल भाजपा सरकार की नीतियों पर सवाल उठाता है बल्कि आगामी उपचुनाव में समाजवादी पार्टी की रणनीति को भी उजागर करता है। यह देखना दिलचस्प होगा कि जनता इस पर किस प्रकार प्रतिक्रिया देती है और क्या यह सपा के लिए चुनावी लाभ का कारण बनता है।