नई दिल्ली, डिजिटल मीडिया के बदलते परिदृश्य में न्यूज़ पोर्टल की मान्यता और सरकार की नीतियों को लेकर वरिष्ठ पत्रकार अनिल अनूप को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से शीघ्र मुलाकात का सुनहरा अवसर प्राप्त हो सकता है।
इस विशेष भेंट में समाचार दर्पण24.कॉम के संस्थापक अनिल अनूप, वरीष्ठ व्यवसाय एवं मंडल ब्यूरो चीफ जगदंबा उपाध्याय, संस्थापक सहयोगी एंकर अभय तिवारी और लेखक, शिक्षक प्रदीप कुमार वर्मा भी साथ रहेंगे।
डिजिटल पत्रकारिता को क्यों नहीं मिलती वैधता?
मुलाकात के दौरान डिजिटल मीडिया से जुड़े अहम मुद्दों पर चर्चा होगी। विशेष रूप से न्यूज़ पोर्टल के पत्रकारों को सरकारी मान्यता न मिलने का विषय बैठक का मुख्य केंद्र रहेगा। अनिल अनूप प्रधानमंत्री के समक्ष यह सवाल उठाएंगे कि जब डिजिटल इंडिया को लगातार प्रोत्साहित किया जा रहा है, तो न्यूज़ पोर्टल को मुख्यधारा की पत्रकारिता में मान्यता क्यों नहीं दी जाती?

जिला सूचना अधिकारियों द्वारा अक्सर यह उत्तर दिया जाता है कि वे पोर्टल पत्रकारों को सरकारी पत्रकार के रूप में मान्यता नहीं दे सकते। ऐसे में यह सवाल उठता है कि पत्रकारों की मान्यता की परिभाषा क्या है? क्या केवल बड़े मीडिया हाउस से जुड़े पत्रकार ही सरकार की नजर में मान्य हैं?
डिजिटल पत्रकारिता की साख और सरकार का रुख
डिजिटल मीडिया ने हाल के वर्षों में जिस तरह अपनी विश्वसनीयता और प्रभाव स्थापित किया है, उसे देखते हुए सरकार का रवैया भी इस दिशा में स्पष्ट होना आवश्यक है। पत्रकारों की मान्यता का आधार केवल प्रिंट और इलेक्ट्रॉनिक मीडिया ही क्यों हो? जब डिजिटल प्लेटफॉर्म से करोड़ों लोग समाचार प्राप्त कर रहे हैं, तो न्यूज़ पोर्टल के पत्रकारों को भी मुख्यधारा में शामिल करने की पहल क्यों नहीं की जाती?
प्रधानमंत्री मोदी के साथ इस बैठक में डिजिटल मीडिया की साख, मान्यता, और सरकारी समर्थन को लेकर विस्तृत चर्चा होगी। इस मुलाकात से यह उम्मीद जगी है कि डिजिटल मीडिया को लेकर सरकार की नीतियों में जल्द ही कोई सकारात्मक परिवर्तन हो सकता है।
न्यूज़ पोर्टल को मिल सकती है आधिकारिक मान्यता
इस महत्वपूर्ण बैठक से संकेत मिले हैं कि सरकार डिजिटल मीडिया की मान्यता को लेकर एक नई नीति पर विचार कर सकती है। यदि ऐसा होता है, तो डिजिटल पत्रकारिता में काम कर रहे हजारों पत्रकारों को उचित मान्यता और अधिकार प्राप्त हो सकते हैं।
इस मुलाकात के बारे में अनिल अनूप ने कहा,
“डिजिटल पत्रकारिता को लेकर जो संदेह और अस्पष्टता थी, उसे दूर करने की जरूरत है। हमें उम्मीद है कि सरकार इस विषय पर उचित कदम उठाएगी और न्यूज़ पोर्टल को भी प्रिंट एवं इलेक्ट्रॉनिक मीडिया की तरह बराबरी का दर्जा मिलेगा।”
अब देखना यह होगा कि सरकार इस दिशा में क्या ठोस कदम उठाती है और डिजिटल पत्रकारिता को उसका सही स्थान कब तक मिलता है।
➡️परवेज़ अंसारी की रिपोर्ट
▶️हमारी खबरों से अपडेट रहें समाचार दर्पण24.कॉम के साथ बने रहें

Author: जगदंबा उपाध्याय, मुख्य व्यवसाय प्रभारी
जिद है दुनिया जीतने की