विनीता मौर्य की रिपोर्ट
लखनऊ: उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने हाल ही में अपने प्रवचनों में एक नया रूप दिखाया है। उन्होंने खुलकर हिंदू धर्म और हिंदुत्व की महत्ता पर जोर दिया है। झारखंड में आयोजित चुनावी रैली के दौरान योगी जी ने दंगाइयों और हिंसा करने वालों पर तीखा बयान दिया।
राम मंदिर विवाद और दंगाइयों पर कटाक्ष
योगी आदित्यनाथ ने अयोध्या में राम मंदिर विवाद के संदर्भ में अपने विचार व्यक्त करते हुए कहा कि जब यह मुद्दा अदालत में था, तो पत्थरबाज यह कह रहे थे कि अगर फैसला सुनाया गया तो वहां खून की नदियां बहेंगी। उन्होंने इन आरोपों पर दो टूक कह दिया और विश्वास दिलाया कि न्यायिक प्रक्रिया से सब कुछ ठीक हो जाएगा। योगी जी ने आगे कहा, “इस बार आर-पार करके देख लो। सब देखा जाएगा।” उनका संदेश स्पष्ट था कि उत्तर प्रदेश में अब नो दंगा-सब चंगा का माहौल कायम रहेगा और हिंसा करने वालों को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। उन्होंने यह भी बताया कि जो लोग निर्दोष हिंदुओं को परेशान करते हैं, उन्हें छोड़ने का कोई विचार नहीं है।
बड़कागांव में जनसभा: पत्थरबाजों को सख्त चेतावनी
बड़कागांव में आयोजित जनसभा में योगी आदित्यनाथ ने पत्थरबाजों के खिलाफ सख्त चेतावनी दी। उन्होंने कहा, “ये पत्थरबाज पहले कश्मीर में भी थे। आज सब राम नाम सत्य की यात्रा में जा चुके हैं। आप लोग अपनी ताकत का अहसास कीजिये और कराइये।” उन्होंने लोगों से आग्रह किया कि वे अपनी शक्ति को महसूस करें और इस बात को सुनिश्चित करें कि ये लोग उनके लिए रास्ता साफ करें। योगी जी ने कहा, “यह बजरंगी पताका हर घर में फहराते हुए दिखाई देगा।” उनका संदेश था कि हिंदू समुदाय एकजुट होकर अपनी रक्षा करेगा और कोई भी धमकी बिना नज़रअंदाज नहीं की जाएगी।
उत्तर प्रदेश में सुरक्षा और सामंजस्य
योगी आदित्यनाथ ने यह भी उल्लेख किया कि उत्तर प्रदेश में अब सुरक्षा व्यवस्था को मजबूत किया गया है ताकि किसी प्रकार की हिंसा या दंगों को रोका जा सके। उन्होंने कहा, “हमने पत्थरबाजों को भी बता दिया है कि जो निर्दोष हिंदुओं को छेड़ता है, उनको छोड़ा नहीं जाएगा।” यह बयान प्रदेश में शांति और सामंजस्य की दिशा में उठाए गए कदमों को दर्शाता है।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के इन बयान और रैलियों से स्पष्ट होता है कि वे उत्तर प्रदेश में हिंदुत्व की भावना को सुदृढ़ करने के लिए प्रतिबद्ध हैं। उनकी यह रणनीति प्रदेश में शांति बनाए रखने और समाज में सामंजस्य स्थापित करने की दिशा में महत्वपूर्ण कदम हो सकती है। आगामी चुनावों में उनकी इस सशक्त पंक्ति का क्या असर पड़ता है, यह देखना रोचक रहेगा।