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November 7, 2024 11:57 am

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शिक्षा के नाम पर धोखाधड़ी… बीएसए के इस आदेश ने क्षेत्र में तहलका मचा रखा है, पढिए क्या है मामला?

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जगदंबा उपाध्याय की रिपोर्ट

घोसी ब्लॉक के सहायता प्राप्त विद्यालयों में बीएसए संतोष कुमार उपाध्याय ने हाल ही में किए गए निरीक्षण में गंभीर अनियमितताओं का खुलासा किया। बीएसए ने इन विद्यालयों के प्रबंधकों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करने का आदेश दिया है, जिसमें केस दर्ज कराने और विद्यालयों के प्रबंध तंत्र को भंग करने की संस्तुति शामिल है।

सबसे पहले बीएसए ने एडम जूनियर हाई स्कूल और एडम पब्लिक स्कूल का निरीक्षण किया। यहां पर बीएसए को कई गंभीर अनियमितताएं मिलीं। सबसे बड़ी चौंकाने वाली बात यह थी कि प्रबंधक ने सहायता प्राप्त एडम गर्ल्स जूनियर हाई स्कूल के अध्यापकों को अपने निजी लाभ के लिए एडम पब्लिक स्कूल में पढ़ाने की ड्यूटी लगा दी थी। इससे न केवल स्कूल का शैक्षणिक माहौल प्रभावित हुआ, बल्कि यहां के स्टाफ की भी अनुपस्थिति पाई गई। इसके अलावा, स्कूल में भोजन व्यवस्था भी मेनू के अनुसार नहीं हो रही थी। बीएसए ने इस अनुशासनहीनता को गंभीरता से लिया और स्कूल के प्रबंध तंत्र को भंग करने की सिफारिश की।

इसके साथ ही, एडम पब्लिक स्कूल को बंद करने का आदेश दिया और एक लाख रुपये का जुर्माना भी लगाया। प्रबंधक के खिलाफ केस दर्ज करने का भी निर्देश दिया गया, साथ ही एडम गर्ल्स जूनियर हाई स्कूल के समस्त स्टाफ का वेतन भी रोक दिया गया।

इसके बाद बीएसए ने बैसवाड़ा स्थित वसीयत यलूम गर्ल्स जूनियर हाई स्कूल का भी निरीक्षण किया। यहां पर शिक्षिका शमी खातून का भी लापता होना सामने आया, जो हस्ताक्षर कर के स्कूल से गायब हो गई थीं। विद्यालय में शैक्षणिक माहौल पूरी तरह से नदारद था, और यहां पर बाहरी व्यक्ति भी मौजूद था, जो नियमों के खिलाफ था। इस स्थिति को देखते हुए बीएसए ने यहां भी प्रबंधक के खिलाफ केस दर्ज करने का आदेश दिया और समस्त स्टाफ का वेतन रोकने की कार्रवाई की।

इन निरीक्षणों के बाद बीएसए ने साफ तौर पर यह संदेश दिया है कि किसी भी विद्यालय में अनियमितताओं और घोटालों को सहन नहीं किया जाएगा और प्रबंधकों को उनके कर्तव्यों का पालन करने के लिए जवाबदेह ठहराया जाएगा।

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