चुन्नीलाल प्रधान की रिपोर्ट
उत्तर प्रदेश के संभल जिले के नखासा थाना क्षेत्र में दिल को झकझोर देने वाली एक घटना सामने आई है। रविवार को इस इलाके के एक गांव के सरसों के खेत में एक नवजात बच्ची मिट्टी में दबी हुई मिली। बच्ची की दर्द भरी आवाजें सुनकर गांव के लोग तुरंत मौके पर पहुंचे और ग्राम प्रधान और चौकीदार को सूचना दी। इसके बाद पुलिस को बुलाया गया, और बच्ची को इलाज के लिए जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया। बच्ची की हालत नाजुक थी, लेकिन अस्पताल में इलाज के बाद उसकी स्थिति में सुधार देखा जा रहा है।
बच्ची को मिट्टी में दबाने वाले आरोपी गिरफ्तार
पुलिस ने बच्ची के माता-पिता की तलाश में तुरंत कार्रवाई शुरू की। जांच के दौरान यह पता चला कि बच्ची को जन्म देने वाली मां अविवाहित है, और इस मामले में उसके प्रेमी का हाथ भी सामने आया। बुधवार को मुखबिर की सूचना पर पुलिस ने आरोपी प्रेमी और अविवाहित मां को गिरफ्तार कर लिया। पुलिस की पूछताछ में यह चौंकाने वाला खुलासा हुआ कि दोनों ने समाज में बदनामी के डर से इस घिनौनी साजिश को अंजाम दिया।
आरोपी ने कैसे दिया घटना को अंजाम
पूछताछ के दौरान आरोपी नरेंद्र, जो दरियापुर राजदेव थाना नखासा का निवासी है, ने बताया कि उसके संबंध पास के एक गांव की अविवाहित लड़की के साथ बन गए थे, जिससे वह गर्भवती हो गई। रविवार को जब लड़की के पेट में तेज दर्द हुआ, तो नरेंद्र उसे डॉक्टर के पास ले जाने की योजना बना रहा था। लेकिन रास्ते में ही लड़की ने एक बच्ची को जन्म दे दिया। समाज में बदनामी के डर से दोनों ने इस नवजात को सरसों के खेत में मिट्टी से दबा दिया।
“जाको राखे साइयां मार सके न कोई” कहावत हुई चरितार्थ
कहावत है कि “जाको राखे साइयां मार सके न कोई”। गांव के ग्रामीणों ने बच्ची के रोने की आवाजें सुनीं और बच्ची की जान बच गई। सूचना मिलने पर थाना प्रभारी निरीक्षक गजेंद्र सिंह अपनी टीम के साथ मौके पर पहुंचे और बच्ची को तुरंत जिला अस्पताल भिजवाया, जहां अब उसका इलाज चल रहा है।
पुलिस की तत्परता और मामले का खुलासा
चौकीदार अख्तर की तहरीर पर पुलिस ने आरोपियों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज कर उन्हें गिरफ्तार कर लिया। इस घटना से पूरे क्षेत्र में आक्रोश का माहौल है, और लोगों ने ऐसी अमानवीय घटना की कड़ी निंदा करिपोर्ट