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November 1, 2024 8:57 pm

बिना तीन “लाल”,  कांग्रेस क्या दिखाएगी कमाल ; भाजपा की विरासत हो रही मालामाल

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दुर्गा प्रसाद शुक्ला की रिपोर्ट

हरियाणा की राजनीति में तीन प्रमुख नेता रहे हैं: चौधरी देवीलाल, भजनलाल और बंसीलाल। इन तीनों नेताओं के इर्द-गिर्द ही प्रदेश की राजनीति घूमती थी और ये सभी मुख्यमंत्री रह चुके हैं। कांग्रेस भजनलाल और बंसीलाल के साथ राजनीति करती रही, जबकि देवीलाल ने अपनी अलग पहचान बनाई। हालांकि, उनके बेटे ने बाद में कांग्रेस का दामन थाम लिया। 

अब पहली बार हरियाणा के इन तीन प्रमुख नेताओं के परिवार बीजेपी में शामिल हो गए हैं। इससे बीजेपी को उम्मीद है कि वे हरियाणा में तीसरी बार विधानसभा चुनाव जीत सकेंगे। 

चौधरी देवीलाल के पोते और ओमप्रकाश चौटाला के बेटे दुष्यंत चौटाला की पार्टी के समर्थन से बीजेपी ने 2019 में सरकार बनाई, लेकिन अब उन्होंने गठबंधन तोड़ लिया है। देवीलाल के दूसरे बेटे रणजीत सिंह फिलहाल बीजेपी में हैं। 

भजनलाल के बेटे कुलदीप बिश्नोई और उनके बेटे भव्य बिश्नोई भी एक साल पहले ही बीजेपी में शामिल हो गए हैं। वहीं, पूर्व मुख्यमंत्री बंसीलाल की बहू और तोशाम से विधायक किरण चौधरी ने भी कांग्रेस छोड़कर बीजेपी की सदस्यता ले ली है। 

हरियाणा की राजनीति में देवीलाल, भजनलाल और बंसीलाल को बड़ा नेता माना जाता था। उनके वारिस अब बीजेपी में शामिल होकर राजनीति कर रहे हैं। 

देवीलाल की पार्टी ने 1987 के विधानसभा चुनाव में 90 में से 85 सीटें जीती थीं और वह दो बार हरियाणा के मुख्यमंत्री रहे। उनकी राजनीतिक विरासत को उनके बेटे ओमप्रकाश चौटाला ने संभाला, लेकिन अब चौटाला परिवार तीन धड़ों में बंट चुका है। 

ओम प्रकाश चौटाला के बड़े बेटे अजय चौटाला ने इनेलो से अलग होकर जननायक जनता पार्टी बनाई, जबकि इनेलो की बागडोर ओम प्रकाश चौटाला और उनके छोटे बेटे अभय चौटाला के हाथों में है। देवीलाल के बेटे रणजीत सिंह और उनके पोते आदित्य देवीलाल भी बीजेपी में हैं।

भजनलाल, जो तीन बार हरियाणा के मुख्यमंत्री रहे, ने 2007 में कांग्रेस से अलग होकर हरियाणा जनहित कांग्रेस बनाई। उनके बेटे कुलदीप बिश्नोई और उनके बेटे भव्य बिश्नोई अब बीजेपी में हैं। हिसार के इलाके में भजनलाल परिवार की अच्छी पकड़ है, जिससे बीजेपी को फायदा हो सकता है।

बंसीलाल, जिन्हें हरियाणा का निर्माता कहा जाता है, तीन बार हरियाणा के मुख्यमंत्री रहे। उनकी बहू किरण चौधरी और उनकी बेटी श्रुति चौधरी अब बीजेपी में हैं। 

कुल मिलाकर, हरियाणा की राजनीति में तीनों लालों के परिवार बीजेपी में शामिल हो गए हैं, जिससे कांग्रेस को बड़ा झटका लगा है। आगामी विधानसभा चुनावों में बीजेपी की स्थिति मजबूत होने की संभावना है।

samachar
Author: samachar

"कलम हमेशा लिखती हैं इतिहास क्रांति के नारों का, कलमकार की कलम ख़रीदे सत्ता की औकात नहीं.."