सर्वेश द्विवेदी की रिपोर्ट
उत्तर प्रदेश के मऊ से नवनिर्वाचित विधायक सुधाकर सिंह पर विभिन्न मामलों में केस दर्ज है। उनके खिलाफ 8 थानों में केस दर्ज है। इन मामलों की मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट मऊ के कोर्ट में सुनवाई चल रही है। उनके खिलाफ मऊ जिले के तीन थानों में केस दर्ज कराया गया है। मऊ के सरायलखंसी थाने में उनके खिलाफ सरकारी कर्मचारी के काम में बाधा डालने, आपराधिक धमकी जैसे मामले में धारा 353, 504 और 506 के तहत केस दर्ज है। कोतवाली मऊ में एक और थाना घोसी में 5 केस दर्ज हैं। इसका खुलासा विधायक ने अपने चुनावी हलफनामे में किया है। मऊ के नवनिर्वाचित विधायक करोड़पति हैं। हालांकि, चल संपत्ति के मामले में वह अपनी पत्नी से काफी पीछे हैं। उनकी पत्नी के पास उनसे 12 गुना अधिक चल संपत्ति है। सुधाकर सिंह अपनी पत्नी की फॉर्च्यूनर कार से चलते हैं। वे गहने और हथियारों के शौकीन हैं।
सुधाकर सिंह हथियारों का शौक रखते हैं। उनके पास दो हथियार हैं, जिसका जिक्र उन्होंने चुनावी हलफनामे में किया है। नवनिर्वाचित एमएलए के पास एक लाख मूल्य की एक पिस्टल और 40,000 रुपये मूल्य की एक राइफल है। इसके अलावा वह दो अंगूठी पहनते हैं, जिसकी कीमत करीब 60,000 रुपये है। चल संपत्ति की बात करें तो सुधाकर सिंह के पास हाथ में एक लाख रुपये नकद और एसबीआई के दो बैंक खातों में 2 लाख रुपये जमा हैं।
सुधाकर सिंह की पत्नी के पास 50,000 रुपये नकद हाथ में मौजूद हैं। इसके अलावा बैंक ऑफ बड़ौदा के खाते में 5 लाख रुपये और केनरा बैंक में 35 लाख रुपये जमा हैं। इसके अलावा उनके नाम पर एक फॉर्च्यूनर कार भी है। इसकी कीमत 24 लाख रुपए बताई गई है। वह सोने- चांदी का भी शौक रखती हैं। पत्नी के नाम पर कुल 66 लाख 50 हजार रुपए की चल संपत्ति है।
चार प्लॉट के मालिक हैं सुधाकर
अचल संपत्ति के मामले में सुधाकर सिंह चार प्लॉट के मालिक हैं। इन कृषि योग्य भूमि की कीमत चुनावी हलफनामे में उन्होंने डेढ़ करोड़ रुपये बताई है। इसके अलावा उनके पास 2000 वर्ग फीट गैर कृषि भूमि भी है, जिसकी कीमत 2 लाख रुपये बताई गई है। सुधाकर सिंह के पास 2000 वर्ग फीट आवासीय जमीन है। इसमें 1000 वर्ग फीट में घर बना हुआ है। इसका अनुमानित बाजार मूल्य डेढ़ लाख रुपए बताया गया है।
इस प्रकार अचल संपत्ति के मामले में सुधाकर सिंह के पास एक करोड़ 53 लाख 50 हजार रुपये की संपत्ति है। पत्नी के नाम पर केनरा बैंक वाराणसी शाखा से 10 लाख रुपये का लोन है। सुधाकर सिंह ने गोरखपुर यूनिवर्सिटी से समाजशास्त्र में एमए तक की पढ़ाई की है। वर्ष 1983 में वह पास आउट हुए थे। उन्होंने अपना व्यवसाय कृषि और पेंशन बताया है। पत्नी भी पेंशन धारक हैं।
Author: samachar
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