google.com, pub-2721071185451024, DIRECT, f08c47fec0942fa0
देवरिया

मदन मोहन मालवीय इंटर कॉलेज सभागार में आयोजित आरएसएस की कार्यशाला

IMG-20250425-WA1484(1)
IMG-20250425-WA0826
IMG-20250502-WA0000
Light Blue Modern Hospital Brochure_20250505_010416_0000
IMG_COM_202505222101103700

इरफान अली लारी की रिपोर्ट 

देवरिया,भाटपाररानी। शाखा आरएसएस की संजीवनी है। इसका दूसरा नाम तपस्या है, जिसके माध्यम से मानव निर्माण होता है।यह व्यक्ति निर्माण की एक श्रेष्ठ कार्यशाला हैं।संघ अपनी स्थापना काल से ही स्वयंसेवकों के सहारे राष्ट्र के प्रत्येक नागरिक का शारीरिक, सामाजिक एवं बौद्धिक विकास का सर्वोच्च स्थान देता आ रहा है।ये बातें संघ संचालक सुशील ने मदन मोहन मालवीय इंटर कॉलेज सभागार में आयोजित आरएसएस की कार्यशाला में बोल रहे थे ।

उन्होंने कहा कि संघ की शक्ति पाकर आज हम गौरवान्वित है। संस्थान के प्रबंधक वरिष्ठ भाजपा नेता राघवेंद्र वीर विक्रम सिंह ने कहा कि संघ अपने स्थापना काल से ही राष्ट्र के प्रत्येक नागरिक के शारीरिक, सामाजिक एवं बौद्धिक विकास पर ही ध्यान दे रहा है जिससे लोग संस्कारवान व अनुशासित बने और हमारा देश पुनः विश्वगुरु के सिंहासन पर आसीन हो सके।संघ हमें देश के लिए मर मिटने की शिक्षा देती हैं।संघ को समझना है तो संघ के संस्थापक डॉ. हेडगेवार को समझना होगा। एक गरीब ब्राहाण के घर पैदा हुए बच्चे ने राष्ट्र के लिए विश्व के सबसे बड़े अनुशासित संगठन को खड़ा कर दिया।

हिन्दू समाज अपने सनातन काल से अहिंसक रहा है और कोई ताकत हिन्दुओं को हिंसा के प्रति प्रेरित नहीं कर सकती। हिन्दू समाज की एकता ही देश को एक सूत्र में बांध सकती हैं।संघ विश्व का सबसे बड़ा स्वयंसेवी संस्थान है। हिंदुत्व की विचारधारा ओतप्रोत है। सामाजिक वर्गीकरण को समाप्त कर राष्ट्रीय भावना को का सृजन किया। अपने देशवासियों पर विपत्ति आई है, संघ के स्वयंसेवकों ने सदा जनता की सेवा की है और उसके बदले में कभी किसी चीज की अपेक्षा नहीं की, संघ के स्वयंसेवकों ने देशभक्ति एवं निस्स्वार्थ सेवा का आदर्श प्रस्तुत किया है।

भाजपा विधायक सभा कुंवर ने कहा कि स्वयंसेवकों को याद दिलाया जाता है कि संघ में व्यक्ति का नहीं विचार का महत्व है, किसी व्यक्ति को न मानकर हमने भगवा ध्वज को शीर्ष स्थान मिला है। केशरिया भारत की प्राचीन सांस्कृतिक, परंपरा का अभिन्न अंग रहा है जिसमें इसे त्याग, बलिदान व शौर्य का प्रतीक है। संघ का कार्य ब्यक्ति निर्माण का हैं। समाज में संगठन का निर्माण सखा के माध्यम से करते हैं। भारत चीन युद्ध में संघ की भूमिका अद्वितीय रही हैं।

आचार्य सतीश चंद्र गौड़ ने कहा कि आरएसएस का शीर्ष नेतृत्व प्रवासियों के हालात का जायज़ा लेते हुए उन्हें प्रेरित करता है कि सकारात्मक रूप से वेदों के अनुसार वे उस देश के साथ-साथ अपनी मातृभूमि में सच्ची भावना से योगदान करें। ये लोग एक समान विचारों के साथ आरएसएस के एजेंडे को आगे बढ़ाने के लिए काम करते हैं।

समारोह में मालवीय इंटर कॉलेज के प्रधानाचार्य राम सजीवन त्रिपाठी, रघुराज सिंह इंटरमीडिएट कॉलेज बहियारी बघेल के प्रधानाचार्य अवधेश कुमार मिश्र,राजर्षि टंडन बालिका इंटरमीडिएट कॉलेज की प्रधानाचार्या कनकलाता सिंह, नेहरू उच्चतर माध्यमिक विद्यालय कठघरा के प्रधानाचार्य निसार अहमद,उत्कर्ष नारायण राय,शिवप्रसाद, प्रवीण शाही आदि लोग मौजूद रहे।

90 पाठकों ने अब तक पढा
samachardarpan24
Author: samachardarpan24

जिद है दुनिया जीतने की

[embedyt] https://www.youtube.com/embed?listType=playlist&list=UU7V4PbrEu9I94AdP4JOd2ug&layout=gallery[/embedyt]
Tags

samachardarpan24

जिद है दुनिया जीतने की
Back to top button
Close
Close