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November 22, 2024 10:22 pm

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हत्या या आत्महत्या की गुत्थी में उलझी पुलिस, देखिए क्या निकलता है सगी बहनों की मौत का राज

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आर के मिश्रा की रिपोर्ट

गोण्डा। जनपद गोण्डा अन्तर्गत थाना क्षेत्र छपिया के वासुदेवपुर खैरहवा घाट झलहना में दो सगी बहनों का शव उनके तख्त पर मिला। दोनों बहनों के गला साड़ी से कसा था। प्रथम दृष्टया घटना हत्या में प्रतीत हो रही है। हालांकि पुलिस जांच के बाद घटना के खुलासे की बात कह रही है।

वासुदेवपुर खैरहवा झलहना निवासी मंगल निषाद ने बताया की मंगलवार की रात वह खाना खाने के बाद घर से कुछ दूर खेत की रखवारी के लिए चला गया था। घर पर उसकी बेटी सुमन उम्र 18 वर्ष व संगीता उम्र 16 वर्ष तथा उसकी पत्नी शांति देवी व छोटा बेटा कन्हैया थे। मंगल निषाद ने बताया की छप्पर के मकान में रात 10.30 बजे खाना खाने के बाद परिवार के लोग सोने चले गए थे। सुमन और संगीता एक ही तख्त पर लेटी थी। कुछ दूरी पर उसकी पत्नी शांति व बेटा कन्हैया लेटे थे। रात 3.30 मिनट पर उसकी पत्नी शांति देवी उठाकर पानी मांगा। आवाज न आने पर लड़कियों के पास गई तो देखा की दोनों लड़कियों का शव तख्त पर था। एक ही साड़ी दोनों के गले में साड़ी का फंदा कसा था। शांति देवी ने घटना की सूचना कुछ दूर दूसरे छप्पर में सो रहे अपने बेटे सियाराम को दी। सूचना मिलते ही मंगल निषाद भी घर पहुंचा और घटना की सूचना पुलिस को दी गई।

पुलिस अधीक्षक ने मौके पर पहुँचकर लिया स्थित का जायजा

सूचना मिलने पर सीओ मनकापुर सौरभ वर्मा, प्रभारी निरीक्षक छपिया सतानंद पाण्डेय, चौकी प्रभारी मसकनवा बृजेश कुमार गुप्ता मौके पर पहुंचे। घटना स्थल पर डॉग स्क्वायड और फोरेंसिक टीम जांच के लिए पहुंची। पुलिस अधीक्षक आकाश तोमर भी घटना स्थल पर पहुंचकर सभी बिन्दुओं की जांच की। पुलिस अधीक्षक ने बताया की घटना हत्या है या आत्महत्या इसका खुलासा जांच के बाद होगा। उन्होने क्षेत्राधिकारी मनकापुर प्रभारी निरीक्षक छपिया तथा फील्ड यूनिट डॉग स्क्वाड को घटना के खुलासे के लिए आवश्यक दिशा निर्देश दिया।

*मृतक तीन बहने व चार भाई थे….*

पिता मंगल निषाद ने बताया की उसके चार बेटे व तीन लड़कियां हैं। जिसमें पहली लड़की राधा की शादी हो चुकी है। दूसरी सुमन कक्षा आठ तक पढ़ने के बाद घर पर रह रही थी। तीसरी लड़की संगीता ने इस साल कक्षा नौ की परीक्षा दी है। वह मसकनवा बाजार स्थित एक इंटर कॉलेज में पढ़ती थी। चारों बेटों में सियाराम व कन्हैया घर पर रहते थे।

शत्रुघन राजस्थान व शेषराम विजयवाड़ा में मेहनत मजदूरी करता है। पिता मंगल निषाद ने बताया की उसका परिवार मेहनत मजदूरी करके गुजर बसर कर रहा है। उसने गांव या आसपास में किसी व्यक्ति से दुश्मनी की बात से इंकार किया है ।

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Author: samachar

"कलम हमेशा लिखती हैं इतिहास क्रांति के नारों का, कलमकार की कलम ख़रीदे सत्ता की औकात नहीं.."

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