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November 23, 2024 7:00 am

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बाकी अब फर्स्ट क्लास है : अखिलेश शिवपाल एक मंच पर ; बोले अब हम एक साथ हैं 

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दुर्गा प्रसाद शुक्ला और राकेश तिवारी की रिपोर्ट 

अखिलेश यादव और शिवपाल यादव रविवार को अपने गांव सैफई में एक साथ दिखे। मैनपुरी उपचुनाव के लिए हुए इस कार्यक्रम में चाचा-भतीजे ने कहा कि अब वो एक साथ आ गए हैं। शिवपाल यादव ने मंच से डिंपल यादव को मैनपुरी की बहू कहते हुए रिकॉर्ड मतों से जिताने की अपील की।

सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव के चाचा शिवपाल यादव के साथ रिश्ते बहुत अच्छे नहीं रहे हैं। बीते कुछ महीनों में दोनों के बीच काफी तल्खी देखने को मिली थी। मुलायम सिंह यादव के निधन के बाद अब दोनों नेता साथ आते दिख रहे हैं। विधानसभा चुनाव के बाद पहली बार दोनों इस तरह के मंच पर साथ आए हैं।

‘आप कह रहे थे, लो हम एक हो गए’

सैफई में हुए इस कार्यक्रम में शिवपाल सिंह यादव की तस्वीर भी पोस्टर पर थी। वो मंच पर पहुंचे तो अखिलेश यादव ने उनका स्वागत किया और पैर छुए। शिवपाल यादव ने भी अखिलेश को आशीर्वाद दिया।

कार्यक्रम में सैफई और मैनपुरी के लोगों की ओर इशारा करते हुए शिवपाल यादव ने कहा, “आप लोगों ने कहा सब एक हो जाओ। हम लोग एक हो गए हैं। अब आप लोगों की बारी है। डिंपल मैनपुरी की बहू है और उसकी बड़ी जीत आपकी जिम्मेदारी है। रिकॉर्ड वोटों से डिंपल यादव को चुनाव जिताइए।”

जसवंतनगर से विधायक शिवपाल ने कहा कि यह चुनाव प्रतिष्ठा और सम्मान की लड़ाई है। नेताजी के नहीं रहने के बाद ये पहली मीटिंग है। नेताजी एक जिम्मेदारी हम सबके ऊपर छोड़ गए है। जिसे हम सबको निभाना है।

अखिलेश ने मंच से किया चाचा का जिक्र, शिवपाल मुस्कुराए

अखिलेश यादव ने कहा कि उनके और शिवपाल यादव के बीच कभी कोई दूरी नहीं थी। उन्होंने कहा कि चाचा और भतीजे में दूरियां कभी नहीं थीं। राजनीति में कुछ दूरियां थीं। वो दूरियां भी आज खत्म हो गईं। अब हम सबको मिलकर चुनाव पर ध्यान देना है।

अखिलेश यादव ने रैली मैदान की ओर इशारा करते हुए कहा कि यहां हमने खूब क्रिकेट खेली है। यहां जितने पेड़ दिखाई दे रहे हैं, ये भी हम लोगों ने लगाए हैं। ये बात चाचा भी जानते होंगे। अखिलेश यादव के भाषण पर शिवपाल यादव मुस्कुराते हुए दिखाई दिए। बता दें कि मैनपुरी में 5 दिसंबर को वोट डाले जाएंगे।

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Author: samachar

"कलम हमेशा लिखती हैं इतिहास क्रांति के नारों का, कलमकार की कलम ख़रीदे सत्ता की औकात नहीं.."

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