राधेश्याम पुरवैया की रिपोर्ट
इंदौर। खुद को देवास कोर्ट का जज बताकर धौंस दिखाने वाला बदमाश बेहद शातिर दिमाग है। फर्जी जज राजीव लाहोटी ने अपने घर में सुप्रीम कोर्ट के रिटायर्ड जस्टिस की तस्वीर लगा रखी है। राजीव उन्हें अपना रिश्तेदार बताकर लोगों को ठगता था। इस मामले में उसने अपने मुंबई के बिजनेसमैन दोस्त को भी नहीं छोड़ा। इंदौर के होटल और पबों की पार्टी में भी जाता था। वहां संचालकों को तक धमकाता था।
राजीव लाहोटी ने देवास में चल रहे एक केस में समझौते के नाम पर 2 लाख 90 हजार रुपए की ठगी की थी। मामले में गोपनीय शिकायत मिली है। अब क्राइम ब्रांच के अधिकारी कार्रवाई करने से बच रहे हैं। बताया जाता है कि फर्जी जज की पकड़ काफी ऊपर तक है।
क्राइम ब्रांच के डीसीपी निमिष अग्रवाल ने राजीव लाहोटी को पकड़ा है। वह इंदौर के ही सुदामा नगर में रह रहा था। यहां आसपास के लोग गिरफ्तारी से पहले तक राजीव को जज ही समझते थे। आसपास के लोग इसके चलते उसे तवज्जो देते थे। उसे पुलिसवाले रिसीव करने आते थे।
क्राइम ब्रांच ने बताया कि कुछ समय पहले लाहोटी ने महाराष्ट्र के एक बिजनेसमैन को इंदौर बुलाया था। यहां से वह उन्हें महाकाल के दर्शन के लिए उज्जैन ले गया। उज्जैन पहुंचने के पहले उसने पुलिस के एक वरिष्ठ अधिकारी को कॉल किया। लाहोटी ने खुद को सेशन जज बताया और सुप्रीम कोर्ट के रिटायर्ड जस्टिस का रिश्तेदार भी कहा। इस पर उज्जैन के पुलिस अधिकारी खुद ही उसे रिसीव करने पहुंचे। पुलिस अफसर ने लाहोटी को वीआईपी दर्शन कराए और एक बड़ी होटल में पार्टी भी दी। इंदौर आकर इसी बिजनेसमैन को दिल्ली में रिटायर्ड जस्टिस से मिलाने का वादा भी किया।
सूत्रों के मुताबिक इंदौर के एक जज खान से राजीव लाहोटी का चेहरा मिलता था। कई वकीलों से जब राजीव का सामना होता था तो वह उसे जज खान समझ लेते थे। लाहोटी वहां से चुपचाप मिलकर निकल जाता था। इंदौर में वकीलों से मुलाकात होने पर वह अपनी पोस्टिंग उज्जैन या देवास में होना बताता था। क्राइम ब्रांच के पास जज को लेकर और भी शिकायतें पहुंची थीं। उसने इंदौर में अपने कई बंगले बदल दिए थे।
गुना का रहने वाला है फर्जी जज
राजीव लाहौटी मूल रूप से गुना का रहने वाला है। वह जिले के चांचौड़ा में रहता था। कुछ समय तक वह शहर की कोकाटे कॉलोनी में भी रहा। बड़े भाई की मौत हो जाने के बाद वह इंदौर शिफ्ट हो गया था। क्राइम ब्रांच ने उससे जो कार जब्त की है, वह भी गुना पासिंग ही है। पुलिस ने उससे लाल बत्ती लगी दो कार जब्त की हैं।
वह मामला, जिससे हुआ खुलासा
इंदौर क्राइम ब्रांच को फरियादी ने शिकायत की थी कि आरोपी राजीव लाहोटी ने खुद को जज बताकर एक कोर्ट का मामला निपटाने के लिए 2 लाख 90 हजार रुपए की धोखाधड़ी की है। पुलिस ने खुलासा किया कि लाहोटी ने अपनी लालबत्ती लगाकर न्यायाधीश लिखी हुई गाड़ी से फरियादी से संपर्क किया था। देवास कोर्ट का जज बताते हुए फरियादी को झूठे विश्वास में लिया और कहा कि देवास कोर्ट में कोई केस हो तो उसे मैं खत्म करवा दूंगा। पैसे लेने के बाद भी न तो उसका कोई काम किया और न उसे पैसे वापस किए। महिला को जब धोखाधड़ी का एहसास हुआ तो उसने शिकायत की।
Author: samachar
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