शिमलाहिमाचल

विजयी विश्व तिरंगा प्यारा, झंडा ‘फटा’ निकला हमारा, कई पर लगे हैं धब्बे, साइज भी नहीं ठीक

मनोज उनियाल की रिपोर्ट 

शिमला।  दिवस पर चलाए जाने वाले ‘हर घर तिरंगा’ अभियान के लिए दिल्ली से आई तिरंगे की सप्लाई खराब निकली है। कई जिलों में अब तक मिल चुकी सप्लाई में तिरंगा झंडा फटा हुआ निकला है। इसकी गुणवत्ता बेहद खराब है और अशोक चक्र भी सेंटर में नहीं है।

IMG_COM_20230613_0209_43_1301

IMG_COM_20230613_0209_43_1301

IMG_COM_20230629_1926_36_5501

IMG_COM_20230629_1926_36_5501

भारत सरकार की टैक्सटाइल एंड कल्चर मिनिस्ट्री के माध्यम से एक निजी एजेंसी यह सप्लाई भेज रही है। कई जिलों से शिकायत आने के बाद राज्य के भाषा विभाग ने इस बारे में राज्य सरकार को रिपोर्ट भेज दी है। इसमें कहा गया है कि तिरंगे की क्वालिटी बेहद खराब है और इसे 25 रुपए में बेचना संभव नहीं है। इसकी कीमत दो रुपए भी नहीं है। बहुत से तिरंगे या तो फटे हुए हैं या फिर उन पर धब्बे हैं।

तिरंगे को बनाने में साइज का रेशो का भी ध्यान नहीं रखा गया है। कई जगह तिरंगे पर रंग केसरिया के बजाय लाल प्रयोग कर दिया गया है और अशोक चक्र भी केंद्र में नहीं है। झंडे की हालत यह है कि इसे फहराने के लिए जब किसी डंडे पर पिरोया जाएगा, तो यह फट सकता है। इसलिए तिरंगे के अपमान का जोखिम ज्यादा हो गया है।

विभाग ने सभी जिलों के उपायुक्तों को भी निर्देश दिए हैं कि इस प्रकार के क्षतिग्रस्त झंडे न बांटे जाएं और इस अभियान में तिरंगे के अपमान जैसी घटना न हो, इसका खास ध्यान रखा जाए।

गौरतलब है कि हर घर तिरंगा अभियान के लिए राज्य में पांच करोड़ के तिरंगे झंडे बांटे जाने हैं। उधर, राज्य सरकार ने 17.50 लाख तिरंगे ऑर्डर किए थे और अभी 10 लाख ही रिसीव हुए हैं और उनमें से भी अधिकांश खराब हैं।

मुख्य सचिव बोले, रिप्लेस करेगी केंद्र सरकार

यह मामला मुख्य सचिव आरडी धीमान के ध्यान में भी लाया गया है और उन्होंने इस बारे में भारत सरकार से भी बात की है।

मुख्य सचिव ने बताया कि भारत सरकार क्षतिग्रस्त झंडे वापस लेने को तैयार है और सभी जिलों के उपायुक्तों को इस तरह के झंडे न बांटने को कहा गया है। अब दिल्ली से जो सप्लाई आएगी, वह क्वालिटी चैक के बाद ही आएगी।

ऊना जिला प्रशासन ने दिए सप्लाई वापस भेजने के निर्देश

आजादी का अमृत महोत्सव मना रहे देश में इस महोत्सव को यादगार बनाने के लिए हर घर तिरंगा कार्यक्रम के तहत केंद्र सरकार ने हर घर में तिरंगा फहराने का फरमान तो जारी कर दिया, लेकिन जो झंडे जनता को उपलब्ध करवाने के लिए आए हैं उनकी हालत देख अधिकारियों के ही आंसू निकल रहे हैं। अब जब ‘हर घर तिरंगा’ कार्यक्रम को आयोजित करने में चंद दिन ही शेष बचे हैं। ऐसे में ऊना जिला प्रशासन ने अब खंड विकास कार्यालयों को भेजी गई तिरंगों की खेप वापस भेजने के फरमान जारी कर दिए हैं।

‘हर घर तिरंगा’ कार्यक्रम के लिए जिला ऊना में पंचायत सचिव नोडल अधिकारी बनाए गए हैं, ताकि ग्रामीण क्षेत्रों में भी सुगमता के साथ हर घर तक झंडे पहुंचाए जा सकें। वहीं, जो खेप जिला ऊना में आई है, उसे प्रत्येक खंड विकास कार्यालय तक भी पहुंचाया जा चुका है, लेकिन गुरुवार को जब इस खेप को खोला गया तो बीच से कटे-फटे और ऐसे झंडे निकले, जिसे देखकर अधिकारियों के ही आंसू निकल गए।

जाहिर है कि जब ऐसे झंडे लेकर पंचायत सचिव जनता के बीच लेकर जाएंगे, तो इनकी बिक्री की जगह उन्हें फटकार जरूर मिलेगी। उधर, इसकी सूचना उपायुक्त राघव शर्मा तक भी पहुंचाई गई है।

Tags

samachar

"ज़िद है दुनिया जीतने की" "हटो व्योम के मेघ पंथ से स्वर्ग लूटने हम आते हैं"
Back to top button
Close
Close
%d bloggers like this: