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24 February 2025 1:32 am

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किसान की बेटी अंशु ने किया इलाके में पेश नज़ीर तो दिव्यांशि और अंशिका ने रच डाला इतिहास ; टाप चार पर आई मजदूर की बेटी भी कम नहीं

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सर्वेश द्विवेदी के साथ राकेश तिवारी की रिपोर्ट

यूपी बोर्ड की हाईस्कूल परीक्षा में प्रदेश की टॉप टेन सूची में शामिल और गोरखपुर मण्डल को टॉप करने वाली देवरिया की अंशु यादव बेहद सामान्य परिवार से ताल्लुक रखती हैं। वह किसान की बेटी हैं, उनकी मां भी महज हाईस्कूल पास हैं और गृहस्थी का काम संभालती हैं। जिले के पिछड़े क्षेत्र में शामिल भटनी के बेहराडाबर गांव के कौलाछापर की रहने वाली अंशु ने अपनी पढ़ाई में शिक्षकों के अलावा यू ट्यूब की काफी मदद ली।

बेहराडाबर गांव के कौलाडाबर निवासी दिनेश यादव चीनी मिल में काम करते थे। करीब 10 साल पहले चीनी मिल बंद हो गई तो घर पर रह कर खेती बारी करने लगे। हैसियत के नाम पर चार कमरे का एक पक्का मकान व दो तीन बीघे की खेती है। उनकी तीन बेटी व एक बेटे में अंशु सबसे छोटी है। शनिवार को जैसे ही हाईस्कूल का रिजल्ट आया पूरा घर खुशी से झूम उठा। अंशु को तो विश्वास ही नहीं हो रहा था कि उसने न सिर्फ प्रदेश की टॉप टेन सूची में स्थान हासिल किया है बल्कि गोरखपुर मण्डल में भी सर्वाधिक अंक हासिल किए हैं।

यूपी बोर्ड हाईस्कूल की परीक्षा में राज्य की मेरिट में चौथा स्थान पाने वाली पलक अवस्थी के पिता राज कुमार अवस्थी मजदूर हैं। पलक ने संसाधनों के अभाव के बावजूद बोर्ड परीक्षा में 97.17 फीसदी अंक हासिल कर शहर का गौरव बढ़ाया। शिवा जी इंटर कॉलेज अर्रा की छात्रा पलक की माता पिंकी अवस्थी का कहना है कि उनके पति ने मजदूरी कर अपना पेट काटा लेकिन बेटियों को पढ़ाने में कोई कसर नहीं छोड़ी। बड़ी बहन दिशा अवस्थी भी इसी विद्यालय में कक्षा 11 की छात्रा है।

यूपी बोर्ड 12वीं के नतीजे जारी हो गए हैं। 85.33% परीक्षार्थी पास हुए हैं। लड़कियों ने फिर बाजी मारी है। लड़कियों का पासिंग परसेंट 90.15% जबकि लड़कों का 81.21% हैं। फतेहपुर की दिव्यांशी ने 95.4% अंक के साथ टॉप किया है।

प्रयागराज की अंशिका यादव और बाराबंकी के योगेश प्रत्यय सिंह 95% के साथ संयुक्त रूप से दूसरे स्थान पर रहे हैं।

इनके अलावा, फतेहपुर के बालकृष्ण, प्रयागराज के जिया मिश्रा और कानपुर के प्रखर पाठक 94% के साथ संयुक्त रूप से तीसरे स्थान पर रहे हैं। फतेहपुर जिले से सबसे ज्यादा 7 स्टूडेंट्स ने टॉप 10 में जगह बनाई है।

पिछले साल कुल 97.88% बच्चे पास हुए थे। तब 97.47% छात्र और 98.04% छात्राएं पास हुई थीं। हालांकि पिछले साल 2021 में कोरोना महामारी के कारण यूपी बोर्ड ने 12वीं की परीक्षा रद्द कर दी थी। इस हिसाब से इस साल पिछले साल के मुकाबले 12.55% कम स्टूडेंट पास हुए।

IAS बनना चाहती है दिव्यांशी

यूपी बोर्ड की 12वीं की परीक्षा में टॉप करने वाली फतेहपुर की दिव्यांशी ने कहा, ‘मुझे मेहनत का फल मिला है। मैंने 6-7 घंटे तक हर दिन सेल्फ स्टडी की। हर सब्जेक्ट को अच्छी तरह से पढ़ा और नोट्स बनाए। अब मैं आगे की पढ़ाई सिविल सेवा के हिसाब से करूंगी।

बाराबंकी के योगेश प्रत्यय सिंह 95% के साथ दूसरे स्थान पर हैं।
बाराबंकी के योगेश प्रत्यय सिंह 95% के साथ दूसरे स्थान पर हैं।

योगेश बोले- मेरे शिक्षकों ने मेरा बहुत साथ दिया

योगेश ने बताया कि मैं रोज 6 घंटे पढ़ाई करता था। मैं दिल्ली यूनिवर्सिटी में एडमिशन लेना चाहता हूं। मैं बीएसी ऑनर्स मैथ से करना चाहता हूं। तीन साल की पढ़ाई के बाद यूपीएससी की तैयारी करूंगा। मेरे शिक्षकों ने मेरा बहुत साथ दिया है। वो लोग हमेशा हम लोगों की सारी समस्याओं को हल करवाते थे। क्लास खत्म होने के बाद भी वो लोग कभी पढ़ाने से पीछे नहीं हटे। मेरे परिवार का भी मुझे बहुत सपोर्ट मिला।

अपने पिता की जूते की दुकान में बैठी अंशिका यादव। 95% के साथ वह दूसरे स्थान पर हैं।
अपने पिता की जूते की दुकान में बैठी अंशिका यादव। 95% के साथ वह दूसरे स्थान पर हैं।

अंशिका यादव के पिता की है जूते की छोटी सी दुकान

माध्यमवर्गीय परिवार की अंशिका यादव ने बताया कि पापा का सपना शुरू से रहा है कि मैं सिविल सर्विसेज में जाऊं। पापा के इसी सपने को पूरा करने की भविष्य में तैयारी है। मैं IAS बनकर समाज के लिए काम करना चाहती हूं। आंचल ने बताया कि पापा की जूते की छोटी सी दुकान है। इसी से घर का खर्च चलता है। पापा ने हमेशा हमें प्रेरित किया। अब मेरा संकल्प है पापा के सपने को साकार करूं।

samachar
Author: samachar

"कलम हमेशा लिखती हैं इतिहास क्रांति के नारों का, कलमकार की कलम ख़रीदे सत्ता की औकात नहीं.."

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