चुन्नीलाल प्रधान की रिपोर्ट
ऑनलाइन ठगी के तरीकों में तेजी से बदलाव हो रहे हैं, और अब महिलाएं ठगों का मुख्य निशाना बन रही हैं। दिल्ली और मुंबई जैसे बड़े शहरों में इन घटनाओं की संख्या में इजाफा देखा जा रहा है। पिछले कुछ महीनों में ही 6 महिलाओं को नए तरीकों से ठगकर उनसे 2 करोड़ रुपये से ज्यादा की रकम ऐंठी जा चुकी है। ठग अब लॉटरी, लकी ड्रॉ जैसे पुराने फॉर्मूलों से हटकर डेटिंग ऐप, मैट्रिमोनियल साइट्स और पार्सल स्कैम का सहारा ले रहे हैं।
डेटिंग ऐप्स पर ठगी
मुंबई की एक महिला रनिता रॉय (बदला हुआ नाम) अगस्त 2024 में डेटिंग ऐप टिंडर पर एक व्यक्ति से मिली, जिसने खुद को अद्वैत बताया। अद्वैत ने दावा किया कि वह बिजनेस के सिलसिले में विदेश में है और जल्द ही मुंबई लौटेगा। जब 16 सितंबर को उसे दिल्ली एयरपोर्ट पर भारी कैश के साथ पकड़े जाने का झूठा दावा करते हुए रनिता से संपर्क किया गया, तो ठग ने उसे कस्टम अधिकारी के रूप में पेश किया।
अद्वैत को छोड़ने के लिए 3.37 लाख रुपये ट्रांसफर करने का अनुरोध किया गया, जो रनिता ने कर दिए। बाद में उसे अहसास हुआ कि वह ठगी का शिकार हो चुकी है और उसने पुलिस में शिकायत दर्ज कराई।
लोन फ्रॉड
कर्नाटक की एक महिला को जुलाई 2024 में वॉट्सऐप पर कम ब्याज दर पर लोन का ऑफर दिया गया। जब उसने इस प्रस्ताव को स्वीकार किया, तो ठगों ने उसे 20 प्रतिशत ब्याज देने के लिए मजबूर किया। महिला की तस्वीरों को मॉर्फ कर धमकी दी गई कि अगर उसने पैसे नहीं दिए तो वे तस्वीरें उसके परिवारवालों को भेज देंगे। आखिरकार, उसने पुलिस में शिकायत दर्ज कराई।
फेक पुलिस के नाम पर ठगी
पुणे की एक महिला अनिता माथुर (बदला हुआ नाम) से ठगों ने पुलिस और सीबीआई अधिकारी बनकर संपर्क किया। उन्हें बताया गया कि उनके मोबाइल से अश्लील संदेश भेजे गए हैं, और उनके खिलाफ सुप्रीम कोर्ट में मामला दर्ज है। इस डर से अनिता ने एक करोड़ 60 लाख रुपये ट्रांसफर कर दिए। बाद में पता चला कि यह एक साइबर फ्रॉड था।
क्रिप्टोकरेंसी निवेश घोटाला
विंसफोर्ड की रहने वाली नैटली फोस्टर नामक महिला को टिंडर पर जेम्स नाम के एक व्यक्ति ने अपने जाल में फंसाया। जेम्स ने खुद को एक सफल क्रिप्टोकरेंसी निवेशक बताया और नैटली से छोटी रकम का निवेश कराया। जब उसका विश्वास जीत लिया, तो उसने लगभग 7 लाख रुपये की ठगी कर ली।
मैट्रिमोनियल साइट्स पर फर्जी प्रोफाइल
हैदराबाद के इमरान अली खान ने मैट्रिमोनियल साइट्स पर फर्जी प्रोफाइल बनाकर तलाकशुदा और अकेली महिलाओं को अपने जाल में फंसाया। वह शादी का वादा कर उनसे लाखों रुपये ऐंठता था। मई 2024 में मुंबई की एक शिक्षिका से 21.73 लाख रुपये ठगने के आरोप में उसे गिरफ्तार किया गया।
डिजिटल अरेस्ट के नाम पर ठगी
बेंगलुरु की 29 वर्षीय वकील रिया (बदला हुआ नाम) से ठगों ने फेडेक्स कर्मचारी, पुलिस और सीबीआई अधिकारी बनकर संपर्क किया। उन्हें बताया गया कि उनके नाम पर एक संदिग्ध पार्सल मिला है, जिसमें प्रतिबंधित दवाएं और नकली दस्तावेज शामिल हैं। ठगों ने धमकी देकर उनसे 10 लाख 78 हजार रुपये ट्रांसफर करवाए। जब रिया को सच्चाई का पता चला, तब तक काफी देर हो चुकी थी और उन्होंने साइबर क्राइम विभाग में शिकायत दर्ज कराई।
इस तरह के मामलों में महिलाओं को अधिक सतर्क रहने की जरूरत है।
Author: samachar
"कलम हमेशा लिखती हैं इतिहास क्रांति के नारों का, कलमकार की कलम ख़रीदे सत्ता की औकात नहीं.."