Explore

Search

November 2, 2024 4:03 am

तांत्रिक के पास आया था मुक्ति मांगने… तांत्रिक ने जो किया उसे सुनकर कलेजा मुंह को आ जाएगा… 

5 Views

दुर्गा प्रसाद शुक्ला की रिपोर्ट

मुरादाबादः उत्तर प्रदेश के मुरादाबाद में एक तांत्रिक ने तंत्र क्रिया करते हुए ग्रामीण की हत्या कर शव जंगल में फेंक दिया। पुलिस ने तांत्रिक को गिरफ्तार कर लिया है। तांत्रिक ने गुनाह भी कबूल कर लिया है। 

उसने पुलिस को बताया कि ग्रामीण खुद उसके पास मुक्ति मांगने आया था। घटना मुरादाबाद के बिलारी थाना क्षेत्र के गांव कनौबी की है। कनौबी के जंगल में 26 फरवरी को एक ग्रामीण की सड़ी-गली शव मिली थी। शव की शिनाख्त रामवीर सिंह पुत्र स्व. श्यामलाल निवासी रुस्तमपुर खास के रूप में हुई थी। रामवीर 12 फरवरी से घर से गायब था। 13 फरवरी को उसके बेटे विपिन ने गुमशुदगी की रिपोर्ट बिलारी थाने में दर्ज कराई थी।

पुलिस को परिवार वालों ने रंजिश होने से इंकार कर दिया था। उन्होंने इतना बताया था कि रामवीर सिंह पिछले कुछ वक्त से कम बातें करता था। मानसिक रूप से परेशान था। मानसिक समस्या से बाहर आने के लिए पूजा-पाठ और तंत्र-मंत्र करने लगा था। एसपी ग्रामीण संदीप कुमार मीणा ने बताया कि रामवीर सिंह अक्सर सिहाली लद्दा गांव में तांत्रिक राजेश कश्यप के पास जाता था। राजेश कश्यप ने अपने गांव से दूर जंगल में एक झोंपड़ी बनाकर तंत्र-मंत्र करता था।

राजेश कश्यप दावा करता था कि उसे काली मां की सिद्धि है। वह लोगों की परेशानियों को दूर कर सकता है। रामवीर सिंह भी इसी झांसे में आकर राजेश कश्यप के पास जाता था। गिरफ्तार तांत्रिक ने पुलिस पूछताछ में बताया कि रामवीर ने उससे कहा था कि वो मानसिक तनाव से मुक्ति चाहता है ताकि उसकी बेटी की शादी आसानी से हो जाए। तांत्रिक ने परेशानी दूर करने का वादा किया था। तांत्रिक ने पुलिस पूछताछ में बताया कि उसने रामवीर सिंह को बसंत पंचमी को अच्छा मुहूर्त बताकर 12 फरवरी की शाम को बुला लिया।

रामवीर 12 फरवरी की शाम को साइकिल से तांत्रिक पास पहुंचा। पहले तांत्रिक ने शराब पी। तंत्रमंत्र के बहाने झोपड़ी से पास के ईख के खेत में ले जाकर मफलर से रामवीर को गला घोंटकर मार डाला। उसने चाकू से गला भी रेत दिया। खून से अपने माथे पर तिलक किया और उसकी साइकिल को छिपा दिया।

samachar
Author: samachar

"कलम हमेशा लिखती हैं इतिहास क्रांति के नारों का, कलमकार की कलम ख़रीदे सत्ता की औकात नहीं.."