ठाकुर बख्श सिंह की रिपोर्ट
हाथरस। हाथरस में एक 16 साल की नाबालिग लड़की के साथ गैंगरेप का मामला सामने आया है। पीड़िता के घर के पास रहने वाले दो सगे भाईयों ने उसके साथ एक बंद स्कूल की बिल्डिंग में ले जाकर बारी-बारी से दरिंदगी की। किसी तरह पीड़िता उनके चंगुल से छूटकर घर पहुंची और परिवार वालों को पूरी आपबीती बताई। पुलिस ने आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है।
घटना चंदपा कोतवाली थाना इलाके के एक गांव की है। गांव में पीड़िता अपने परिवार के साथ रहती है। उसके घर के पास ही इब्राहिम का परिवार रहता है। इब्राहिम के दो बेटे वसीम और नफीस अक्सर उसके घर आया जाया करते थे। इनमें नफीस (22) शादीशुदा है। जबकि उसका भाई वसीम (20) अविवाहित है।
खेत गई थी नाबालिग
पीड़िता ने बताया कि ‘इन दिनों मेरे खेत में आलू की खुदाई चल रही है। शुक्रवार की शाम करीब 6 बजे मैं अपने खेत पर पापा के पास आलू लेने गई थी। मेरे खेत के पास ही वसीम और नफीस के खेत भी हैं। दोनों अपने खेत से लौट रहे थे। उन्होंने मुझसे कहा कि मेरे पिता गांव के निजी स्कूल के पास आग ताप रहे हैं। उनको लेकर आओ तब साथ में आलू खोदने जाना। अकेले मत जाओ।
मुंह दबाया हाथ पकड़कर घसीटते हुए ले गए दरिंदे
पीड़िता ने परिवार को बताया कि मैं उनकी बातों में आ गई और पिता को देखने के लिए स्कूल की तरफ चली गई। मैं स्कूल की बाउंड्रीवॉल के पास पहुंची कि पीछे से वसीम और नफीस आए और मुझे पकड़ लिया। मैंने शोर मचाया तो दोनों ने मेरा मुंह बंद कर दिया और हाथ पकड़कर घसीटते हुए स्कूल के दूसरी तरफ ले गए। वहां दोनों ने पहले थप्पड़ मारे फिर बाउंड्री वॉल कुदाकर मुझे स्कूल की दूसरी मंजिल पर ले गए। जहां दोनों ने कमरे में ले जाकर बारी-बारी से मेरे साथ दरिंदगी की।
पीड़िता अस्पताल में भर्ती
जब पीड़िता ने शोर मचाया तो दोनों ने हत्या की धमकी दी। इसी बीच मैं किसी तरह दोनों के चंगुल से छूटी और भागकर अपने घर पहुंची। मेरी हालत देखकर उन्होंने पूछा, तब जाकर मैंने उन्हें पूरी आपबीती बताई। फिर परिवार के लोग पीड़िता को लेकर चंदपा कोतवाली पहुंचे। जहां पीड़िता ने पूरा मामला पुलिस को बताया। पुलिस ने किशोरी को अस्पताल में भर्ती कराकर डॉक्टरी परीक्षण कराया। इसके बाद घटनास्थल का निरीक्षण किया। फॉरेंसिक टीम ने भी स्कूल पहुंचकर जांच पड़ताल की। दोनों आरोपी वसीम और नफीस को गिरफ्तार कर लिया गया है। उन पर गैंगरेप का केस दर्ज किया गया है।
Author: samachar
"कलम हमेशा लिखती हैं इतिहास क्रांति के नारों का, कलमकार की कलम ख़रीदे सत्ता की औकात नहीं.."