संजय सिंह राणा की रिपोर्ट
चित्रकूट। ब्लाक मुख्यालय के गांव रामनगर की गौशाला में घोर अनियमितताएं बरती जा रही हैं जिसमें गौवंशों के संरक्षण,भरण पोषण व रखरखाव में बड़ी लापरवाही बरती जा रही है l
गौशाला में गौवंशों के भरण पोषण के लिए लाखों रुपए की धनराशि आई जिसमें भूसा व पराली खरीदने के नाम पर खर्च दिखाया गया लेकिन जमीनी हकीकत कुछ और ही नज़र आ रही है गौशाला में गौवंशो के लिए भूसा खरीद की गई लेकिन ज्यादातर भूसा पराली से तैयार किया जा रहा है l
गौशाला के बाहर खुले में रखी बारिश के कारण भीग गई थी जिसके कारण पराली सड़ गई है व काफ़ी दुर्गंध आने लगी है लेकिन गौशाला संचालक भूसे के लिए धनराशि को ठिकाने लगाने के लिए पानी में भीगी हुई पराली की थ्रेसिंग कराकर भूसा तैयार किया जा रहा है और गौवंशों को खिलाया जा रहा है जिससे यह आशंका है कि सड़ी हुई पराली का भूसा खाकर गौवंश मौत के आगोस में समा सकते हैं l
गौशाला में गौवंशों के प्रति लापरवाह ग्राम प्रधान व गौशाला संचालक, जिलाधिकारी महोदय ने ग्राम प्रधान पर कार्यवाही के दिए थे आदेश।
रामनगर गौशाला में गौवंशों के प्रति ग्राम प्रधान व गौशाला संचालक काफ़ी लापरवाह रहे जिसके कारण कई गौवंशों को दुर्घटना का शिकार होना पड़ रहा है राष्ट्रीय राजमार्ग में आए दिन गौवंश दुर्घटना का शिकार हो रहे थे व इन गौवंशों की मौत के फ़ोटो वीडियो सोशल मीडिया पर खूब सुर्खियां बटोर रहे थे जिसकी जानकारी ज़िम्मेदार अधिकारियों को प्राप्त होती थी जिसमें जिलाधिकारी महोदय ने ज़िला पंचायत राज अधिकारी को ग्राम प्रधान पर कार्यवाही के निर्देश दिए गए थे लेकिन लगभग एक साल से ज्यादा का समय बीत जाने के बाद भी ग्राम प्रधान के विरुद्ध कोई कार्यवाही नहीं की गई जिसके कारण ग्राम प्रधान व गौशाला संचालक और भी लापरवाह हो गए और गौवंशों के भरण पोषण के लिए आई धनराशि को ठिकाने लगाने में जुटे हुए हैं l
पूर्व में खण्ड विकास अधिकारी ने गौशाला का किया था निरीक्षण, पाई थी गौवंशों की कमी।
पूर्व खण्ड विकास अधिकारी रामजी मिश्रा द्वारा रामनगर गौशाला की जांच की गई थी जिसमें गौवंशों की फीडिंग 292 दिखाई जा रही थी लेकिन मौक़े में 160गौवंश ही पाए गए थे लेकिन 160 गौवंश होने के बावजूद 292 गौवंशों की फीडिंग दिखाकर भरण पोषण की धनराशि ली जा रही है जबकि इन गौवंशों के भरण पोषण के लिए तय मानक के अनुसार भूसा उपलब्ध नहीं कराया जाता है l
खण्ड विकास अधिकारी पर लगाए जा रहे मनगढ़ंत आरोप, हकीकत कुछ और ही।
वर्तमान खण्ड विकास अधिकारी शैलेन्द्र सिंह द्वारा गत दिनों पूर्व रामनगर गौशाला का स्थलीय निरीक्षण किया गया था जिसमें गौशाला में गौवंशों के भरण पोषण के लिए कोई ख़ास व्यवस्था नहीं थी जिस पर कार्यवाही होने के डर से ग्राम प्रधान व गौशाला संचालक द्वारा खण्ड विकास अधिकारी पर पैसे दिए जाने के आरोप लगाए गए हैं जिसमें खण्ड विकास अधिकारी ने बताया कि गौशाला में गौवंशों के भरण पोषण की सही तरीके से व्यवस्था नहीं थी जिसकी जांच मेरे द्वारा की गई लेकिन अपनी कमियां छिपाने के लिए ग्राम प्रधान व गौशाला संचालक द्वारा पैसे दिए जाने के आरोप लगाए जा रहे हैं व ग्राम प्रधान व गौशाला संचालक की बातचीत की ऑडियो रिकॉर्डिंग सोशल मीडिया पर वायरल कर बदनाम करने की कोशिश की जा रही है जबकि जमीनी हकीकत कुछ और ही है खण्ड विकास अधिकारी ने कहा कि मेरे ऊपर लगाए जा रहे आरोप निराधार है सोशल मीडिया पर वायरल ऑडियो रिकॉर्डिंग की जांच कराई जाय जिससे हकीकत का पता चल जाएगा l
*एन जी ओ की आड़ में गौशाला संचालक कर रहा बड़ा खेल, अपनी कमियां छिपाने के लिए लगा रहे आरोप*
रामनगर गौशाला का संचालन एक एन जी ओ द्वारा किया जा रहा है जिसमें गौशाला संचालक की मनमानी के चलते कई गौवंशों को दुर्घटनाओं का शिकार होना पड़ रहा है जिसमें कई गौवंश दुर्घटना में मौत के आगोस में समा चुके हैं जिसकी खबरें सोशल मीडिया पर खूब सुर्खियां बटोरी थी जिनकी खबरें चलाने वाले पत्रकारों व गौ रक्षकों को फर्जी मुकदमें में फंसाए जाने के कुचक्र रचे गए व पैसे मांगने के आरोप लगाए गए जिसमें ग्राम प्रधान द्वारा मुकदमा भी पंजीकृत करवाया गया और अब अपनी कमियां छिपाने के लिए ग्राम प्रधान व गौशाला संचालक द्वारा खण्ड विकास अधिकारी पर पैसे दिए जाने के आरोप लगाए जा रहे हैं जिसकी जॉच कराई जानी आवश्यक है l
*ज़िला प्रशासन कमेटी गठित कर कराए गौशाला की जांच तो हो सकते हैं बडे़ खुलासे*
रामनगर गौशाला में ग्राम प्रधान व गौशाला संचालक द्वारा गौवंशों के संरक्षण,भरण पोषण व रखरखाव के लिए आई धनराशि को ठिकाने लगाने का काम किया जा रहा है जिसकी जांच ज़िला प्रशासन कमेटी गठित कर कराए तो बहुत बड़े भ्रष्टाचार का खुलासा हो सकता है ज़िला प्रशासन कब उपरोक्त मामले को संज्ञान में लेते हुए कमेटी गठित कर गौशाला में हुई धांधली की जॉच कराकर आवश्यक कार्यवाही करने का काम करेगा l
Author: samachar
"कलम हमेशा लिखती हैं इतिहास क्रांति के नारों का, कलमकार की कलम ख़रीदे सत्ता की औकात नहीं.."