हरीश चंद्र गुप्ता की रिपोर्ट
बिलासपुर: जिले में पुलिस विभाग में नौकरी दिलाने के नाम पर धोखाधड़ी का बड़ा मामला सामने आया है। बर्खास्त कॉन्स्टेबल व उसके जीजा ने पुलिस विभाग में नौकरी दिलाने का झांसा देकर 21 लोगों से 1 करोड़ 13 लाख की ठगी कर ली। पुलिस ने बर्खास्त कॉन्स्टेबल व उसके जीजा के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया गया है। पुलिस मामले की जांच में जुट गई है।
मामला सिविल लाइन थाना क्षेत्र का है। जहां मस्तूरी के जयरामनगर निवासी महेश पाल (24) पिता गेंदराम पाल ने रिपोर्ट दर्ज कराई थी कि बर्खास्त कॉन्स्टेबल पंकज शुक्ला ने उसे नौकरी दिलाने के नाम पर झांसा दिया है। शुक्ला आईजी कार्यालय में पदस्थ था। उसने उससे संपर्क कर पुलिस विभाग में नौकरी दिलाने की बात कही थी। उसने पुलिस विभाग के अधिकारियों से उसकी अच्छी जान पहचान होने की बात भी कही। उसने डीजीपी कोटा के तहत पुलिस की नौकरी दिलाने की बात कही थी। कॉन्स्टेबल ने झांसा दिया कि वह उसके अलावा उसके दोस्तों की भी नौकरी लगवा सकता है। उसकी बातों में आकर महेश सहित 21 लोग नौकरी के लिए तैयार हो गए।
फर्जी जॉइनिंग लेटर भी दिया
आरोपी कॉन्स्टेबल पंकज शुक्ला ने नौकरी दिलाने के नाम पर 21 लोगों से 1 करोड़ 13 लाख रुपए की बड़ी रकम वसूल कर ली। रुपए लेने के लिए उसने फर्जी जॉइनिंग लेटर भी दिए थे।
पीड़ितों ने कहा कि कॉन्स्टेबल के साथ उसका जीजा रमाशंकर पांडेय भी इस काम में उसका साथ दे रहा था। पीड़ित जब कॉन्स्टेबल का दिया हुआ जॉइनिंग लेटर लेकर ऑफिस पहुंचा तब मामले का खुलासा हुआ। पुलिस ने मामला दर्ज कर लिया और कॉन्स्टेबल को जेल भेज दिया।
जीजा ने दिया पैसे लौटाने का आश्वासन
कॉन्स्टेबल के जमानत पर छूटने के बाद पीड़ित लोग पैसा मांगने के लिए उसके घर गए तो उसके जीजा रमाशंकर पांडे ने पैसा लौटाने का आश्वासन दिया था। उसके बाद भी पैसा वापस नहीं होने पर पीड़ितों ने घटना की शिकायत थाने में की। पुलिस ने महेश की रिपोर्ट पर बर्खास्त कॉन्स्टेबल पंकज शुक्ला और रमाशंकर पांडे के खिलाफ धारा 420,120 B के तहत मामला दर्ज कर लिया है। इसके पहले भी बर्खास्त कॉन्स्टेबल पंकज शुक्ला आईजी कार्यालय में पोस्टिंग के दौरान पूर्व पार्षद और नगर निगम कर्मी के साथ मिलकर कई लोगों से नौकरी लगाने के नाम पर धोखाधड़ी कर चुका है। जिसमें आरक्षक पंकज शुक्ला सहित अन्य पर केस दर्ज कर उन्हें गिरफ्तार किया गया था।
Author: samachar
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