सुमित गुप्ता की रिपोर्ट
बिलासपुर : जयरामनगर प्राथमिक स्वास्थ्य केंद में तैनात आशीष कुमार चंद्रा निःशुल्क सेवा खून-पेशाब जांच के नाम पर खुलेआम मरीजो से पैसो की वसूली कर रहा है। इसकी शिकायत ग्रामीणों व जनप्रतिनिधियों ने स्वास्थ्य अधिकारी से की। जिसके बाद से लैब टेकनीशियन बौखला कर स्वास्थ्य केंद्र आने वाले मरीजो को जांच किट नहीं होने का हवाला देकर बाहर से जांच किट लेकर आने कहता है। नहीं लाने की दशा में मरीजो से दुर्व्यवहार कर उन्हें अस्पताल से बाहर का रास्ता दिखाता है।
ज्ञात हो कि स्वास्थ्य केंद्र में कार्यरत लैब टेकनीशियन आशीष कुमार चंद्रा पर जांच के नाम पर अवैध रूप से पैसे लेने का आरोप लगाते हुए जनपद सदस्य ने इस मामले की कई बार स्वास्थ्य अधिकारियो से शिकायत भी की। मगर स्वास्थ्य अधिकारियों द्वारा लैब टेकनीशियन के खिलाफ कार्यवाही ना कर बचाव किया जा रहा है। जो कही ना कही अधिकारियो की संलिप्तता को दर्शा रहा है।
प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र जयरामनगर में पदस्थ लैब टेकनीशियन आशीष कुमार चंद्रा की मनमानी का अंदाजा इसी तर्ज पर लगाया जा सकता है कि शुगर जांच कराने आए मरीजो को किट उपलब्ध नहीं होने का हवाला देकर उन्हें बाहर से किट लाने कहा जाता है। जबकि स्वास्थ्य केंद्र में पर्याप्त मात्रा में शुगर जांच किट उपलब्ध है। मगर लैब टेकनीशियन इसमें में गोलमाल करते हुए शुगर जाँच किट को 2022 तक उपयोग में लाने लायक होने का हवाला दिया जाता है।
लैब टेकनीशियन द्वारा स्वास्थ्य अधिकारियो को एक चेक लिस्ट देकर कई बीमारियों की जांच किट नहीं होने की व्यथा बताई थी जिसमे से 4 जांच प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में हो पाना नामुमकिन है और उसकी जांच सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्रों में ही की जा सकती है। परन्तु स्वास्थ्य केंद्र में बाहय एनालाइजर मशीन भी है जिसके माध्यम से विभिन्न प्रकार के जांच किए जा सकते है जिसमे उक्त 4 जांच भी शामिल है जिसका जांच मशीन से किया जा सकता है।
लैब टेकनीशियन आशीष कुमार चंद्रा प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में आए मरीजो से यह भी कहते नजर आते है कि अगर मै इस स्वास्थ्य केंद्र में नहीं रहू तो स्वास्थ्य केंद्र बंद हो जाएग। चंद्रा के सिर पर घमंड चढ़ कर बोल रहा है जिसका सिर्फ यही कारण सामने रहा है कि उसे स्वास्थ्य अधिकारियो का सरवदहस्त प्राप्त है। जिसके कारण लगातार मनमानी को अंजाम देकर अपना घमंड प्रकट कर रहा है।
सूत्रों की माने तो लैब टेकनीशियन चंद्रा के कारनामो की पोल खुल जाने की वजह से बौखला गया है व उलजुलूल हरकते कर मरीजो के साथ बदसलूकी करने पर उतारू रहता है। जिसकी कई बार शिकायत ग्रामीण कर चुके है। वही जनप्रतिनिधि भी चंद्रा के कारनामो की शिकायत स्वास्थ्य अधिकारियो से कर कार्यवाही की मांग कर चुके है मगर लगातार लैब टेकनीशियन का बचाव किया जा रहा है|
स्वास्थ्य केंद्र को बनाया शराब का अड्डा :- सूत्रों की माने तो लैब टेकनीशियन आशीष कुमार चंद्रा द्वारा प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र को दोपहर 3 बजे बंद कर अपने घर चला जाता है लेकिन शाम ढलते ही अपने तथाकथित मित्रो को लेकर पुन; स्वास्थ्य केंद्र आकर शराब और कबाब की दुकानदारी शुरू कर मौज मस्ती में लग जाता है| स्वास्थ्य केंद्र शाम 5 बजे बंद करने का निर्देश है मगर 3 बजे बंद होकर पुन शाम को खुल जाता है मगर ईलाज करने नहीं बल्कि जाम छलकाने जिसे ग्रामीणों द्वारा कई दफे देखा भी गया है|
Author: samachar
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