विकास कुमार की रिपोर्ट
लुधियाना। एक विवाह समारोह विशेष चर्चा में है। हर कोई इस विवाह की चर्चा किए बिना नहीं रहता। गांव की पांच बेटियों के विवाह में बराती के साथ वर वधु को आशीर्वाद देने गांव ही नहीं आसपास के एक दर्जन गांव के प्रतिनिधि पहुंचे थे। बचपन में ही अनाथ हुई सपना, कोमल, विंध्यवासिनी, सुहेला और रागिनी की न केवल परवरिश की गई बल्कि उनका विवाह भी धूमधाम से किया गया। जिला पार्षद ने इन बेटियों की परवरिश पिता के रूप में की तो समाचार दर्पण 24 परिवार की ओर से इनकी शिक्षा दीक्षा की जिम्मेदारी निभाई गई।
सपना और कोमल के माता-पिता दोनों का ही कुछ वर्ष पूर्व देहांत हो गया था। बाकी बिंध्यवासिनी, सुहेला और रागिनी को अलग अलग रेलवे स्टेशन से सिर्फ एक साल की उम्र में लावारिस हालत में पाया गया था। जिला पार्षद ने इनके रहने, खाने और अन्य दैनिक जरुरतों की पूरी जिम्मेदारी निभाई।
इन बेटियों को गोद लेकर एक सराहनीय व समाज को नई दिशा देने का काम किया।
समाचार दर्पण 24 परिवार के जम्मू कश्मीर सहयोगी अरमान अली ने इन पांचों बच्चियों की शादी में दिए जाने वाले सभी आवश्यक सामग्री दिया है तो मुंबई सहयोगी टिक्कू आपचे ने बारातियों के खाने और स्वागत की पूरी जिम्मेदारी ली है।
उक्त पांचों लड़कियों की शादी रविवार 21 मई को गायत्री मंदिर में धूमधाम से की गई। आर्शीवाद देने वालों में जिला के आला अधिकारियों के साथ पंजाब सरकार के वरिष्ठ नेता और समाज सेवी प्रमुख थे।
Author: samachar
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