दुर्गा प्रसाद शुक्ला की रिपोर्ट
अतर्रा (बांदा)। नगर के वार्ड नं. 13 लाई मंडी, अत्रि नगर के एक हिस्से में अभी तक न सड़क बनी है न ही नाली। पिछले आठ-दस सालों से रह रहे परिवार हलकान हैं। बच्चे और वृद्ध कीचड़ से निकलने को मजबूर हैं।
बताते चलें कि वार्ड नं. 13 लाई मंडी अत्रि नगर के एक हिस्से में तमाम मांगों के बावजूद आज तक सड़क और नाली नहीं बनाई गयी है। वहां रह रहे परिवारों में व्यापारी और शिक्षक हैं। रोज के काम करने में खासी परेशानी झेलनी पड़ रही है। मुहल्लेवासी दिनेश गौतम, जानकी गुप्ता, बीएन पांडेय और प्रमोद कुमार आदि बताते हैं कि कई बार नगर पालिका में सड़क नाली बनवाने हेतु प्रार्थना पत्र दिया है। वहां कार्यरत इंजीनियर हर बार सड़क की नाप ले जाते हैं पर कभी सड़क नाली का काम शुरू नहीं हुआ। हर बार कहते हैं बजट नहीं है जबकि नगर में काम हो रहे हैं।पिछले आठ दस साल से मुहल्लेवासी नारकीय जीवन जी रहे हैं। आगे के दर्जनों मकानों का दैनिक उपयोग का गंदा बदबूदार पानी और टैंकों से निकला मलमूत्र कच्ची सड़क पर भर रहा है। पहले अगल-बगल के खाली प्लाटों में पानी भर रहा था जिसे प्लांट मालिकों ने मकान बनवाने हेतु बंद कर दिया है जो अब सीधे लोगों के दरवाजों के सामने भर रहा है।
मुहल्लेवासी नगर पालिका से मांग करते हैं कि नवीन गुप्ता के मकान से बीएन पांडेय के मकान तक केवल 120 फीट लम्बी सड़क और नाली बनाकर नारकीय जीवन से मुक्ति दिलायें।
दबी जबान लोगों ने यह भी बताया कि यदि सड़क नहीं बनती तो सामूहिक उपवास करेंगे।
Author: samachar
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