मुरारी पासवान की रिपोर्ट
गढ़वा। एक ऐसा त्यौहार जो चार दिन चलता है, कोई दंगा नहीं होता, इंटरनेट कनेक्शन नहीं काटा जाता, किसी शांति समिति की बैठक कराने की जरुरत नहीं पड़ती, चंदे के नाम पर गुंडा गर्दी नहीं होती और जबरन उगाही भी नहीं ! शराब की दुकाने बंद रखने का नोटिस नहीं चिपकना पड़ता, मिठाई के नाम पर मिलावट नहीं परोसी जाती है! उंच – नीच का भेद नहीं होता, व्यक्ति-धर्म विशेष के जयकारे नहीं लगते, किसी से अनुदान और अनुकम्पा की अपेक्षा नहीं रहती है। राजा रंक एक कतार में खड़े होते है। समझ से परे रहने वाले मंत्रो का उच्चारण नहीं होता और दान दक्षिणा का रिवाज नहीं है।
प्रकृति के ऐसे महा पर्व छठ पूजा जो झारखंड राज्य सहित बिहार राज्य में और उत्तर प्रदेश में बड़े धूमधाम से मनाया जाता है आज सुबह अस्था्ताचलगामी सूर्य देव के अर्घ्य सुबह में देने के साथ ही छठ पर्व की समाप्ति हुई गढ़वा जिला के लगभग सभी प्रखंडों में ही नहीं पूरे पंचायत से लेकर के पूरे गांव में हर जगह पर किया गया छठ महापर्व।
इस शुभ अवसर पर कांडी पोखरा के बिचोबीच मे सूर्य मंदिर की स्थापना की जा रही है जो सभी ग्रामीण जनता के सहयोग से बनाया जा रहा है वहीं साथ में सतबहिनी झरना स्थल पर लाखों की संख्या में छठ महापर्व करने वाले व्रती आयें और छठ किए सतबहिनी पर्यटन स्थल पर सूर्य मंदिर की स्थापना की गई है जो बनकर पूर्ण रूप से तैयार है और वहीं रात्रि में जगह-जगह पर आर्केस्ट्रा और भक्ति जागरण भी हुआ रात्रि में सतबहिनी पर्यटन तीर्थ स्थल पर रात भर छठ व्रतियों ने भक्ति जागरण का लुत्फ उठाया। सुबह में सूर्य उदय के साथ ही छठ व्रतियों ने अस्ताचल गामी को अर्घ्य दिया और अन्न –जल ग्रहण किया।
चार दिनों तक चलने वाले छठ महा पर्व की समाप्ति आज सुबह अर्घ्य देने के साथ ही गढ़वा जिला में दानरो नदी पर छठ महापर्व बहुत ही धूमधाम से मनाया गया साथ ही नगर बंशीधर में भी बहुत धूमधाम के साथ मनाया गया कांडी पोखरा पर भी लाखों श्रद्धालुओं ने भाग लिया छठ पर्व किए।
Author: samachar
"कलम हमेशा लिखती हैं इतिहास क्रांति के नारों का, कलमकार की कलम ख़रीदे सत्ता की औकात नहीं.."