रामनवमी पर कानपुर प्रशासन ने 9 महिलाओं को शस्त्र लाइसेंस विरासत में सौंपे। नारी शक्ति के प्रतीक इस निर्णय में सुरक्षा के साथ भावनात्मक जुड़ाव भी प्रमुख कारण रहा।
नवरात्रि, जो कि देवी शक्ति की आराधना का पर्व है, नारी शक्ति की महिमा का प्रतीक माना जाता है। ऐसे में रामनवमी, जो नवरात्रि के अंतिम दिन मनाई जाती है, इस बार उत्तर प्रदेश के कानपुर में विशेष रूप से यादगार रही। प्रशासन ने इस पावन अवसर पर 9 महिलाओं को शस्त्र लाइसेंस सौंपे, जो उन्हें विरासत के तहत प्रदान किए गए।
नारी को मिली शक्ति की वैध पहचान
इन सभी महिलाओं के पति अब इस दुनिया में नहीं हैं, और उनकी सुरक्षा के उद्देश्य से प्रशासन ने यह अहम कदम उठाया। इसके साथ ही, इन शस्त्रों के साथ जुड़ी भावनात्मक यादों को भी ध्यान में रखा गया।
उल्लेखनीय है कि कुछ वर्षों पूर्व कानपुर में हथियारों के लाइसेंस को लेकर फर्जीवाड़ा सामने आया था। फिर विकास दुबे कांड के बाद प्रशासन इस विषय में और सतर्क हो गया था। अब, सख्त नियमों के चलते नए लाइसेंस मिलना मुश्किल हो गया है, लेकिन विशेष परिस्थितियों में पुराने लाइसेंस को विरासत के आधार पर ट्रांसफर किया जा रहा है।
बहू को मिला ससुर का लाइसेंस – मिसाल बनी नारी सशक्तिकरण की
रामनवमी के शुभ दिन पर, डीएम जितेंद्र प्रताप सिंह ने आठ महिलाओं को उनके दिवंगत पतियों के लाइसेंस सौंपे। सबसे खास बात यह रही कि एक महिला को उनके ससुर का शस्त्र लाइसेंस ट्रांसफर किया गया, जो कि अपने आप में एक अनोखा उदाहरण है।
डीएम ने इस पहल पर कहा,
“रामनवमी के अवसर पर, नारी सुरक्षा की भावना के साथ यह निर्णय लिया गया है। इन शस्त्रों से महिलाओं की अपने परिजनों से जुड़ी यादें भी जुड़ी हुई हैं। हमने संवेदनशीलता और नियमों को ध्यान में रखते हुए यह प्रक्रिया पूरी की है।”
किसे मिला शस्त्र लाइसेंस?
इस ऐतिहासिक फैसले के तहत जिन महिलाओं को लाइसेंस मिले, उनके नाम इस प्रकार हैं:
- रितु सिंह, पत्नी स्वर्गीय दीपेन्द्र सिंह
- विभा द्विवेदी, पत्नी स्वर्गीय शिव प्रकाश द्विवेदी
- बूली तिवारी, पत्नी स्वर्गीय आजाद कुमार तिवारी
- सुलभा अग्निहोत्री, पत्नी नितिन अग्निहोत्री – उन्हें उनके ससुर अशोक कुमार अग्निहोत्री से विरासत में लाइसेंस मिला
- कुलविन्दर कौर, पत्नी स्वर्गीय हरदीप कौर
- फिरदौस कटियार, पत्नी स्वर्गीय डॉ. विवेक कुमार कटियार – जिन्हें डी.बी.बी.एल. गन का लाइसेंस मिला
- सरला सिंह, पत्नी प्रेम सिंह
- अल्पना बाजपेई, पत्नी स्वर्गीय अनिल बाजपेई
- ओमसिंया, पत्नी स्वर्गीय अंकित सिंह
संवेदनशीलता और सावधानी का सन्देश
अंत में, डीएम ने इन महिलाओं से यह अपील की कि वे इन हथियारों का उपयोग अत्यंत सावधानी और जिम्मेदारी से करें। प्रशासन की यह पहल जहां महिला सशक्तिकरण का प्रतीक बनी, वहीं यह समाज में नारी सुरक्षा और आत्मनिर्भरता का सशक्त संदेश भी देती है।
➡️चुन्नीलाल प्रधान की रिपोर्ट
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Author: samachardarpan24
जिद है दुनिया जीतने की