बलिया में चिटफंड घोटाले का खुलासा, 56 लाख की धोखाधड़ी में चार निदेशकों पर केस दर्ज। न्यायालय के आदेश पर पुलिस जांच शुरू, निवेशकों में भारी रोष।
उत्तर प्रदेश के बलिया जिले में एक चिटफंड कंपनी द्वारा निवेशकों के साथ धोखाधड़ी का बड़ा मामला सामने आया है। बांसडीहरोड थाना क्षेत्र में स्थित एक निजी वित्तीय संस्था और चिटफंड कंपनी के चार निदेशकों पर धोखाधड़ी, मारपीट और धमकी देने जैसे गंभीर आरोपों में मुकदमा दर्ज किया गया है। यह कार्यवाही कोर्ट के निर्देश पर की गई है, और अब पुलिस इस पूरे मामले की गहन जांच में जुटी हुई है।
शिकायत की शुरुआत और पीड़ित की आपबीती
स्थानीय निवासी अनिल तुरहा, जो कि रघुनाथपुर के रहने वाले हैं, ने इस मामले को सीजेएम कोर्ट में गंभीरता से उठाया। उन्होंने बताया कि कुछ वर्ष पूर्व वे रोजगार की तलाश में देहरादून गए थे, जहां उनकी मुलाकात बंधन निधि लिमिटेड के शाखा प्रबंधक जोगेंद्र भरवाल से हुई। जोगेंद्र ने उन्हें पैसा दोगुना करने का झांसा दिया और उनके माध्यम से कई अन्य लोगों से निवेश करवाया।
निदेशकों ने कंपनी बंद कर की फरारी
अनिल के अनुसार, 13 मई 2019 को दिल्ली के रोहिणी स्थित जन बंधन निधि लिमिटेड और जनबंधन प्रोड्यूसर कंपनी के निदेशक – कमल राणा, संजीत यादव, विमल यादव और सीमा यादव – ने अचानक कंपनी बंद कर दी और फरार हो गए। इस कदम से निवेशकों में हड़कंप मच गया।
नई कंपनी का छलावा
इसके बाद, जोगेंद्र ने एक नई कंपनी जनवृद्धि की शुरुआत की और यह वादा किया कि पिछला सारा धन लौटा दिया जाएगा। अनिल ने इस बार भी भरोसा करते हुए अपने जान-पहचान के 232 लोगों से लगभग 56 लाख रुपये इस नई कंपनी में जमा करवाए। लेकिन जब उन्होंने पैसे वापस मांगे, तो जोगेंद्र ने न केवल मना कर दिया, बल्कि उन्हें धमकियां भी देने लगा।
कानूनी कार्रवाई और जनता का आक्रोश
हालात से परेशान होकर अंततः अनिल ने कोर्ट का सहारा लिया। अदालत के निर्देश पर बांसडीहरोड थाना प्रभारी अजय पाल ने मुकदमा दर्ज कर लिया है। उन्होंने बताया कि मामले की जांच जारी है। इस घटना से क्षेत्र में गहरी नाराजगी है और लोग इन फर्जी कंपनियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग कर रहे हैं।
➡️जगदम्बा उपाध्याय की रिपोर्ट
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Author: samachardarpan24
जिद है दुनिया जीतने की