“उत्तर प्रदेश में बिजली महंगी होने की संभावना! विद्युत नियामक आयोग ने नए टैरिफ नियमों को मंजूरी दी, जिससे दरों में 20% तक बढ़ोतरी हो सकती है। जानें पूरी खबर!”
उत्तर प्रदेश में बिजली की दरें बढ़ने का रास्ता साफ हो गया है। विद्युत नियामक आयोग ने मल्टी ईयर टैरिफ डिस्ट्रीब्यूशन रेगुलेशन-2025 को मंजूरी दे दी है, जो 1 अप्रैल से लागू होगा।
क्या बदलेगा नए टैरिफ नियमों में?
इस नए नियमन के तहत:
✅ दिन और रात की बिजली दरें समान रहेंगी।
✅ बिजली कंपनियां अब मनमाने तरीके से बिजली नहीं खरीद सकेंगी।
✅ निजीकरण संबंधी प्रस्ताव को हटा दिया गया है।
बिजली की दरों में 20% तक की बढ़ोतरी संभव
नए टैरिफ नियम लागू होने के बाद, उत्तर प्रदेश में बिजली की दरों में 20% तक इजाफा हो सकता है। पावर कॉरपोरेशन की बिजली कंपनियों द्वारा चार महीने पहले दाखिल किए गए वार्षिक राजस्व आवश्यकता (ARR) प्रस्ताव पर जल्द ही जनसुनवाई होगी।
नियमानुसार, ARR प्रस्ताव स्वीकारने के 120 दिनों के भीतर आयोग को नई बिजली दरें घोषित करनी होंगी। ऐसे में बिजली की बढ़ी हुई दरों की घोषणा जल्द हो सकती है।
उपभोक्ता परिषद ने जताई नाराजगी
उपभोक्ता परिषद के अध्यक्ष अवधेश कुमार वर्मा ने इस फैसले पर आपत्ति जताते हुए कहा कि नए नियमों से उपभोक्ताओं पर अतिरिक्त आर्थिक बोझ बढ़ सकता है। बिजली कंपनियों को इसका फायदा होगा, लेकिन आम जनता को महंगी बिजली चुकानी पड़ सकती है।
क्या होगा आगे?
अगर बिजली दरें बढ़ती हैं, तो उपभोक्ता परिषद और आम जनता इसका विरोध कर सकते हैं। अब सभी की नजरें नियामक आयोग की अंतिम घोषणा पर टिकी हैं।
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➡️चुन्नीलाल प्रधान की रिपोर्ट

Author: जगदंबा उपाध्याय, मुख्य व्यवसाय प्रभारी
जिद है दुनिया जीतने की