हापुड़ सदर ब्लॉक में शहर विधायक विजयपाल आढ़ती के साथ एडीओ पंचायत ने की अभद्रता, उन पर झपटने की कोशिश भी की। मुख्यमंत्री और प्रधानमंत्री के खिलाफ अमर्यादित भाषा के इस्तेमाल पर हंगामा। आरोपी अधिकारी का तत्काल ट्रांसफर, सस्पेंशन की प्रक्रिया जारी। पूरी खबर पढ़ें।
हापुड़ के सदर ब्लॉक में बृहस्पतिवार को एक असंवेदनशील घटना सामने आई, जब शहर विधायक विजयपाल आढ़ती के साथ जमकर अभद्रता की गई। इस दौरान, एडीओ पंचायत बिशन सक्सेना ने न केवल विधायक से दुर्व्यवहार किया, बल्कि उन पर झपटने की भी कोशिश की। हालात बिगड़ते इससे पहले ही आसपास खड़े लोगों ने उन्हें रोक लिया।
पत्रकार वार्ता के दौरान हुआ विवाद
दरअसल, भाजपा सरकार के आठ साल पूरे होने के उपलक्ष्य में हर विकास खंड पर पत्रकार वार्ता का आयोजन किया गया था। इस क्रम में, हापुड़ के सदर विकास खंड में विधायक विजयपाल आढ़ती को जिम्मेदारी सौंपी गई थी।
विधायक ने सरकार की उपलब्धियों पर प्रकाश डालने के बाद, बीडीओ श्रुति सिंह के निमंत्रण पर चाय के लिए ब्लॉक प्रमुख के कक्ष में बैठ गए। शुरुआत में माहौल सामान्य रहा, और विधायक ने कर्मचारियों के अच्छे व्यवहार की सराहना भी की।
चाय पर बिगड़ा मामला
हालांकि, करीब 25 मिनट बीत जाने के बावजूद चाय नहीं आई। जब विधायक ने चाय जल्दी लाने के लिए कहा, तो बीडीओ ने एडीओ पंचायत बिशन सक्सेना को बुलाकर कारण पूछा। इसके बाद, स्थिति अप्रत्याशित रूप से बिगड़ गई।
एडीओ पंचायत ने गुस्से में जवाब देते हुए कहा,
“हम पहले ही चाय पिला चुके हैं, अब दिनभर चाय ही पिलाते रहेंगे क्या?”
विधायक ने उनके असभ्य व्यवहार पर आपत्ति जताई, जिस पर एडीओ और ज्यादा आक्रोशित हो गया। उन्होंने न केवल विधायक के प्रति अभद्र भाषा का प्रयोग किया बल्कि उनके ऊपर झपटने की भी कोशिश की। मौके पर मौजूद लोगों ने किसी तरह स्थिति को संभाला।
सीएम और पीएम के खिलाफ भी अमर्यादित भाषा
इतना ही नहीं, जब विधायक ने डीएम से शिकायत करने की बात कही, तो एडीओ पंचायत ने मुख्यमंत्री और प्रधानमंत्री के खिलाफ भी अमर्यादित भाषा का प्रयोग किया। इस दौरान, बीडीओ श्रुति सिंह मूकदर्शक बनी रहीं और उन्होंने अपने अधीनस्थ अधिकारी को रोकने का प्रयास तक नहीं किया।
विधायक ने जताया कड़ा विरोध
अपमानित महसूस कर, विधायक ने भाजपा जिलाध्यक्ष, डीएम और सीडीओ को पूरे घटनाक्रम की जानकारी दी। उन्होंने कहा,
“यह घोर अपमान है। इस मामले को मैं विधानसभा में उठाऊंगा। बीडीओ और एडीओ के खिलाफ कड़ी कार्रवाई होनी चाहिए।”
क्या कहते हैं अधिकारी?
इस मामले में हापुड़ के सीडीओ हिमांशु गौतम ने कहा कि
“एडीओ पंचायत को तत्काल गढ़मुक्तेश्वर ट्रांसफर कर दिया गया है, और उसके निलंबन (सस्पेंशन) की फाइल डीएम को भेज दी गई है।”
वहीं, बीडीओ श्रुति सिंह ने सफाई देते हुए कहा,
“मैंने एडीओ को रोकने की कोशिश की और बाद में विधायक से माफी भी मांगी। पूरे मामले की रिपोर्ट डीडीओ, सीडीओ और डीएम को भेज दी गई है।”
आरोपित एडीओ पंचायत बिशन सक्सेना ने खुद का बचाव करते हुए कहा, “मैं विधायक से उम्र में बड़ा हूं और कोई चपरासी नहीं हूं कि चाय की व्यवस्था करूं। हमने पहले ही चाय पिला दी थी, लेकिन बार-बार चाय मांगी जा रही थी। विधायक ने मुझसे तल्ख लहजे में बात की थी।”
इस घटना ने प्रशासनिक अधिकारियों और जनप्रतिनिधियों के बीच संबंधों को लेकर कई सवाल खड़े कर दिए हैं। हालांकि, तत्काल कार्रवाई करते हुए आरोपित अधिकारी को स्थानांतरित कर दिया गया है और सस्पेंशन की प्रक्रिया जारी है। लेकिन, यह मामला आने वाले दिनों में और तूल पकड़ सकता है, क्योंकि विधायक इसे विधानसभा में उठाने की बात कह चुके हैं।
ठाकुर बख्श सिंह की रिपोर्ट

Author: samachardarpan24
जिद है दुनिया जीतने की